प्रदेश अध्यक्ष दुर्योधन यादव के नेतृत्व में व्याख्याता लोकेश देवांगन की सेवा बहाल

प्रदेश अध्यक्ष दुर्योधन यादव के नेतृत्व में व्याख्याता लोकेश देवांगन की सेवा बहाल

जांजगीर-चांपा। आज छत्तीसगढ़ स्वामी आत्मानंद संविदा शिक्षक एवं कर्मचारी संघ के लिए एक ऐतिहासिक और खुशी का दिन है। प्रदेश अध्यक्ष दुर्योधन यादव के नेतृत्व में लोकेश देवांगन, जो कि जांजगीर जिले में गणित के व्याख्याता हैं, का सेवा बहाली आदेश जारी किया गया है। यह निर्णय उन शिक्षकों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आया है, जो निरंतर अपनी सेवा में संघर्ष कर रहे थे।

यह मामला 22 नवंबर 2024 को सामने आया था, जब जांजगीर जिले के DEO (जिला शिक्षा अधिकारी) ने लोकेश देवांगन की सेवा समाप्ति का आदेश जारी कर दिया था। इस आदेश से न केवल लोकेश देवांगन, बल्कि जांजगीर जिले के समस्त शिक्षक वर्ग में चिंता और भय का माहौल बन गया था। यह आदेश शिक्षकों के अधिकारों का उल्लंघन प्रतीत हो रहा था, जिससे शिक्षा विभाग और शिक्षक वर्ग में असंतोष फैल गया था।

संघ के प्रदेश अध्यक्ष दुर्योधन यादव ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए तत्काल कार्यवाही की। उन्होंने सबसे पहले जांजगीर DEO से फोन पर संपर्क कर सेवा समाप्ति आदेश को निरस्त करने की मांग की। DEO ने इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और यादव से सहमति व्यक्त की कि इस मुद्दे पर पुनः विचार किया जाएगा। इसके बाद श्री दुर्योधन यादव ने स्वयं जांजगीर जाकर DEO से मुलाकात की और उन्हें स्थिति की गंभीरता समझाई। इस बैठक के परिणामस्वरूप DEO ने आश्वासन दिया कि वह आदेश को निरस्त कर देंगे।

आज हमें यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि दुर्योधन यादव के नेतृत्व में लोकेश देवांगन का सेवा बहाली आदेश जारी कर दिया गया है। यह संघ की विजय है और यह साबित करता है कि संघ की एकजुटता और संघर्ष से असंभव कार्य भी संभव हो सकते हैं। ‘‘जय सेजेश, विजय सेजेश’’ का नारा अब वास्तविकता बन चुका है।

इस सफलता में दुर्योधन यादव के नेतृत्व के अलावा अन्य पदाधिकारीगण का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उनके बिना यह उपलब्धि संभव नहीं हो पाती। हम इन सभी पदाधिकारियों का धन्यवाद और आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने इस संघर्ष में अपना योगदान दिया।

विशेष संलग्न व्यक्ति और उनका योगदान:

विवेक राठौर सर ( प्रदेश प्रवक्ता):

राठौर संघ के एक वरिष्ठ और अनुभवी प्रवक्ता हैं, जिन्होंने हमेशा संघ के हितों के लिए काम किया है। उनकी मार्गदर्शन और समर्थन से संघ ने कई कठिन समयों का सामना किया है। राठौर का योगदान संघ के भीतर हर कार्य को सही दिशा में ले जाने में अत्यधिक महत्वपूर्ण रहा है। उनके अनुभव और समझ ने कई बार संघ के फैसलों को सही दिशा दी है।

नित्यानंद पुरी गोस्वामी (जिला अध्यक्ष, शक्ति):

शक्ति जिले में संघ के प्रमुख नेता हैं। उनकी मजबूत नेतृत्व क्षमता और संगठनात्मक कौशल ने संघ के कार्यों को प्रभावी रूप से गति दी है। वे हमेशा शिक्षक समुदाय के अधिकारों के लिए खड़े रहते हैं और उनके संघर्ष में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं। गोस्वामी का यह योगदान इस मामले में भी विशेष रूप से उल्लेखनीय है, क्योंकि उन्होंने इस मुद्दे को लेकर जिला स्तर पर कई बैठकें आयोजित की और संघ की आवाज को मजबूती से उठाया।

अभिषेक प्रधान:

अभिषेक प्रधान जिला जांजगीर चांपा के प्रमुख कार्यकर्ता हैं और संघ के प्रत्येक कार्य में सक्रिय रूप से शामिल होते हैं। उनके नेतृत्व में जांजगीर जिले में संघ का नेटवर्क मजबूत हुआ है। प्रधान ने इस विशेष मामले में न केवल जिला स्तर पर बल्कि राज्य स्तर पर भी संघ की आवाज को प्रभावी तरीके से प्रस्तुत किया। उनके समर्पण और मेहनत ने इस संघर्ष को निर्णायक मोड़ तक पहुंचाया।

संघ का दृष्टिकोण और आगामी कार्य:

आज की इस सफलता के बाद, छत्तीसगढ़ स्वामी आत्मानंद संविदा शिक्षक एवं कर्मचारी संघ का यह लक्ष्य और भी स्पष्ट हुआ है कि संगठन अपने सभी सदस्य शिक्षकों के अधिकारों की रक्षा करेगा और उन्हें न्याय दिलाने के लिए हर संभव कदम उठाएगा। इस प्रकार के फैसलों से संघ का विश्वास और मजबूत हुआ है और आने वाले समय में संघ और भी सक्रिय रूप से शिक्षक वर्ग के मुद्दों पर काम करेगा।

हमारे प्रदेश अध्यक्ष दुर्योधन यादव का नेतृत्व न केवल हमारी प्रेरणा है, बल्कि उनके द्वारा किए गए कार्य हमारे संघ के सदस्यों के लिए मार्गदर्शन का एक उदाहरण है। इस सफलता के बाद हम विश्वास करते हैं कि संघ के माध्यम से और भी ऐसे महत्वपूर्ण मामलों का समाधान निकाला जाएगा।