पाकिस्तान में महंगाई की मार : अफगान सीमा विवाद से सब्जी-फल बाजार ठप, आसमान छूने लगे दाम

पाकिस्तान में महंगाई की मार : अफगान सीमा विवाद से सब्जी-फल बाजार ठप, आसमान छूने लगे दाम

नई दिल्ली। पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी कराची इन दिनों एक अभूतपूर्व संकट का सामना कर रही है। अफगानिस्तान के साथ सीमा पर हुई झड़पों के बाद दोनों देशों के बीच व्यापारिक रास्ते बंद हो जाने से फल-सब्जियों की आपूर्ति बुरी तरह बाधित हो गई है। नतीजा यह कि प्याज की कीमतें 220 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई हैं, जबकि दुकानदार खाली हाथ बैठे हैं और ग्राहक महंगाई से बेबस नजर आ रहे हैं।

पिछले सप्ताह तुर्खम और चमन सीमा पर हुई गोलीबारी के बाद पाकिस्तान ने अफगान ट्रकों की आवाजाही पर अस्थायी रोक लगा दी। इससे अफगानिस्तान से रोजाना आने वाले हजारों टन प्याज, टमाटर, आलू, अनार और सूखे मेवे की सप्लाई रुक गई। ये उत्पाद पाकिस्तान की खाद्य आपूर्ति श्रृंखला का महत्वपूर्ण हिस्सा थे, लेकिन अब ये 'लक्जरी सामान' बन चुके हैं। कराची में प्याज 220 रुपये किलो बिक रहा है, जबकि लाहौर और इस्लामाबाद में 180-200 रुपये किलो। टमाटर पहले से ही 250 रुपये किलो पर पहुंच चुके हैं।

स्थानीय व्यापारियों का कहना है, "अफगानिस्तान से आने वाला माल कराची की मंडियों की रीढ़ था। अब हमारे ट्रक सीमा पर फंसे हैं। रास्ते खुलने तक कीमतें और बढ़ेंगी।" विशेषज्ञों के अनुसार, व्यापार ठप होने से कीमतों में 30-50 फीसदी की छलांग लगी है। अगर दो हफ्ते और यही हाल रहा, तो नवंबर में सब्जियां और ड्राई फ्रूट्स के दाम दोगुने हो सकते हैं।

पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पहले से विदेशी मुद्रा संकट, ऊंची महंगाई और आईएमएफ की कड़ी शर्तों से जूझ रही है। अब यह 'प्याज संकट' सरकार के लिए नया सिरदर्द बन गया है। व्यापारिक संगठनों ने तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है, ताकि सीमा खोलकर आपूर्ति बहाल की जा सके।