केशकाल (चैनल इंडिया)। बस्तर की लाइफलाइन कही जाने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग-30 की बदहाल स्थिति को लेकर केशकाल नगरवासियों का सब्र अब टूट गया है। लगातार उपेक्षा और निर्माण व मरम्मत कार्य में हो रही देरी के विरोध में नागरिकों ने आज नगर बंद किया है। इस संबंध में नगरवासियों ने एसडीएम केशकाल को ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही सडक़ निर्माण व मरम्मत कार्य शुरू नहीं हुआ तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि सडक़ पर जगह-जगह गड्ढे हो जाने से आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। वाहन चालकों के लिए यह सडक़ जानलेवा साबित हो रही है। वहीं, उड़ी हुई धूल और मिट्टी से सांस की बीमारियां, आँखों में जलन और त्वचा संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं। व्यापारियों और स्कूली बच्चों को भी रोजाना भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। नगर के सामाजिक संगठनों, व्यापारी संघ और युवाओं ने मिलकर यह निर्णय लिया है कि जब तक सडक़ का काम शुरू नहीं हो जाता, तब तक प्रशासन को चेतावनी स्वरूप चरणबद्ध आंदोलन जारी रहेगा। नगर बंद के दौरान सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान शांतिपूर्ण बंद रहेंगे।
नगरवासियों ने कहा कि एनएच-30 बस्तर अंचल की जीवन रेखा है, लेकिन लगातार लापरवाही के कारण यह सडक़ अब खतरे की सडक़ बन चुकी है। इसलिए यथाशीघ्र निर्माण कार्य शुरू किया जाए। ताकि, नगर वासियों सहित राहगीरों को परेशानी न हो। ज्ञापन सौंपने के दौरान प्रमुख नागरिकों ने कहा कि यदि प्रशासन और विभाग ने अब भी ध्यान नहीं दिया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। जिसकी सम्पूर्ण जवदेही जिला प्रशासन की होगी।