सर्दियों में कैसे बचें "हार्ट अटैक" के खतरे से, जानें बचाव और इलाज का तरीका
नई दिल्ली। हमारा ह्रदय जब किसी मुसीबत में होता है तो वह संकेत देता है और उन संकेतों को हमें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए है। खासकर आज कल के मौसम में तो ऐसी लापरवाही बिल्कुल नहीं करनी चाहिए। इन दिनों मौसम तेजी से बदल रहा है, इसी कारण चारों तरफ ठंड और प्रदूषण का प्रकोप दिख रहा है। अब चाहे ठण्ड हो या प्रदूषण दोनों ही दिल के दुश्मन हैं। ठंड बढ़ने के साथ ही दिल पर दबाव बढ़ता है। क्योंकि ठंड में धमनियों के सिकुड़ने से बीपी हाई हो जाता है और दिल पर दबाव बढ़ जाता है। इसलिए दिल की बीमारियों के साथ-साथ सर्दियों में हार्ट अटैक के मामले भी बढ़ जाते हैं।
हाई बीपी, मोटापा, शुगर, कोलेस्ट्रॉल, गठिया और यूरिक एसिड दिल के दुश्मन हैं। सर्दियों में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है क्योंकि धमनियां सिकुड़ जाती हैं और इससे रक्त प्रवाह प्रभावित होता है, रक्तचाप बढ़ता है और हृदय पर दबाव पड़ता है। 5 साल में हृदय रोग के मामलों में 53 फीसदी की वृद्धि हुई है। युवाओं में हृदय संबंधी समस्याओं के लिए अनियमित दिल की धड़कन सबसे बड़ी समस्या है।
सर्दियों में लोगों की शारीरिक हलचल कम हो जाती है। ठंड के कारण वे बिस्तर से बाहर नहीं निकलना चाहते। वे बाहर कम घूमते हैं। इस आलस्य के कारण दिल को खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा जो लोग सांस संबंधी समस्याओं से पीड़ित हैं, उनमें भी निमोनिया के कारण हार्ट फेल होने की संभावना 6 गुना अधिक होती है।
उपाय
1. अपने आहार में हृदय के लिए सुपरफूड जैसे अलसी, लहसुन, दालचीनी और हल्दी शामिल करें।
2. बीपी की समस्या दूर करें, खूब पानी पिएं, तनाव और टेंशन कम करें, समय पर खाना खाएं, जंक फूड न खाएं और 6-8 घंटे की नींद लें।
3. अपने आहार में लौकी का कल्प, लौकी का सूप, लौकी की सब्जी और लौकी का जूस शामिल करके अपने दिल को स्वस्थ बनाएं।
4. दिल को मजबूत बनाने के लिए प्राकृतिक उपाय आजमाएं - 1 चम्मच अर्जुन की छाल, 2 ग्राम दालचीनी, 5 तुलसी, सभी चीजों को पानी में उबालकर काढ़ा बना लें। इसे रोजाना पीने से ब्लॉकेज दूर हो जाएगा।
5. धूम्रपान और शराब से बचें क्योंकि ये दिल के सबसे बड़े दुश्मन हैं।