सद्भावना साहित्य संस्था की काव्य गोष्ठी में कवियों ने जीता श्रोताओं के दिल

सद्भावना साहित्य संस्था की काव्य गोष्ठी में कवियों ने जीता श्रोताओं के दिल

रायपुर। सद्भावना साहित्य संस्थान द्वारा 21 सितंबर रविवार को काव्य संध्या का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में अंचल के वरिष्ठ एवं युवा रचनाकारों ने काव्य पाठ कर कार्यक्रम कों सफ़ल बनाया कार्यक्रम का संचालन विवेक भट्ट द्वारा किया गया। कार्यक्रम के विशेष अतिथि उदयभान सिंह  का सम्मान किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के अध्यक्ष योगेश शर्मा योगी द्वारा की गई। सद्भावना श्रैष्ठ रचनाकार सम्मान से सुरेन्द्र रावल एवं राजेन्द्र रायपुरी को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम में एक से बढ़कर एक रचनाओं का पाठ सुन कर श्रोताओं ने तालियां बजाकर उत्साह वर्धन किया।

प्रस्तुत हैं कुछ झलकियां -

राजेंद्र रायपुरी ने पढ़ा - 
दिल से दिल को मिलाते चलो,
प्यार  सब   पर   लुटाते  चलो।
ज़िंदगी   ही    मिली  इसलिए,
सबको  अपना  बनाते   चलो।

शायर आरडी अहिरवार ने पेश किया - 
उड़ता नहीं हूं ऊंचा मैं तन्हाई के डर से,
हर चीज़ नज़र आती है छोटी सी शिखर से।
जो कुछ है मेरे पास, है मेहनत का नतीज़ा,
आगाज़-ए-सफ़र था मेरा सचमुच में सिफ़र से।
योगेश शर्मा योगी ने सुनाया 
व्यंग के माध्यम से कहा 
साॅंप और नेवले हाथ मिलाने लगे हैं 
लगता है चुनाव आने लगे है।


कार्यक्रम में बलजीत कौर की लघुकथा, सुषमा पटेल के छंद और बागबाहरा से पधारे समर खान की दुर्गा वंदना, विवेक भट्ट के गीत, यशवंत यदु की व्यंग्य रचना, राकेश तिवारी की प्रस्तुति का श्रोताओं ने भरपूर तालियों से स्वागत किया। कार्यक्रम में अदिति, यूशा रायपुरी,की प्रस्तुति भी शानदार रही।