केमिकल फर्टिलाइजर से खेती नष्ट होने के कगार पर : डॉ. मेनका भारती

केमिकल फर्टिलाइजर से खेती नष्ट होने के कगार पर : डॉ. मेनका भारती

रायपुर। छत्तीसगढ़ की पर्यावरण के क्षेत्र में कार्यरत सबसे पुरानी और सक्रिय संस्था प्रकृति की ओर सोसायटी के अध्यक्ष मोहन वर्ल्यानी द्वारा विज्ञप्ति भेज कर बताया गया कि वृंदावन हॉल में एक विशेष जीवंत कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य आम नागरिकों में हरियाली, पर्यावरण संरक्षण, व आधुनिक गार्डनिंग तकनीकों के प्रति रुचि और जागरूकता बढ़ाना रहा।

कार्यक्रम में  गार्डन विशेषज्ञ श्रीमती अंजू पारख ने सक्सुलेंट पौधों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन पौधों को किस प्रकार तैयार किया जाए, देखभाल के तरीके, उपयुक्त  मीडिया और अन्य महत्वपूर्ण पहलुओं पर मार्गदर्शन दिया। उन्होंने प्रतिभागियों को बताया कि सक्सुलेंट पौधों के लिए पत्तों से बनी खाद अत्यंत लाभकारी होती है तथा सप्ताह में एक बार पानी पर्याप्त होता है।

दूसरी वक्ता बीजल पिथलिया ने प्रतिभागियों को कांच के छोटे बाउल में टेरारियम कैसे तैयार किया जाता है, इस विषय पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने टेरारियम के लिए उपयुक्त मिट्टी, पौधे, छोटे सजावटी स्कल्पचर आदि के महत्व को समझाया।

इस अवसर पर कार्यक्रम की मुख्य अतिथि मेनका भारती (कृषि विशेषज्ञ एवं उद्यमी) ने देसी बीजों के महत्व, ऑर्गेनिक फूड एवं माइक्रोग्रीन के संबंध में विस्तार से चर्चा की और उपस्थित नागरिकों को प्राकृतिक खेती और स्वस्थ जीवनशैली के लिए प्रेरित किया।

कार्यक्रम में रायपुर के विशिष्ट नागरिकों की उपस्थिति रही, जिन्होंने इस तरह की संगोष्ठी को बहुत सराहा और इसे भविष्य में नियमित रूप से आयोजित करने की मांग की।

कार्यक्रम में प्रकृति की ओर सोसायटी के  अध्यक्ष श्री मोहन वर्ल्यानी, मंच संचालन रात्रि लहरी, आभार डॉ. विजय जैन,एवं  डॉ. अनिल चौहान, डीके तिवारी,हरदीप कौर, शिल्पी नागपुरे , रेशमी परमार, मनीष त्रिवेदी, लक्ष्मी यादव एवं आईजीकेवी  रायपुर के फ्लोरीकल्चर विभागाध्यक्ष एल.एस. वर्मा की गरिमामयी उपस्थिति रही।

कार्यक्रम के समापन पर  संस्था डॉ. विजय जैन द्वारा सभी सहभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया और पर्यावरण के क्षेत्र में निरंतर सकारात्मक प्रयासों की प्रतिबद्धता दोहराई गई।