महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में भर्ती में गड़बड़ी जांच के लिए बनाई गई कमेटी,रिपोर्ट आने के बाद होगी कार्रवाई : सीएम साय

रायपुर (चैनल इंडिया)। उच्च शिक्षा विभाग के भारसाधक मंत्री मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज सदन में ऐलान किया है कि बस्तर के शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में भर्ती में हुई गड़बड़ी की जांच के लिए डॉ. खैरवार की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी।
मानसून सत्र के पहले दिन आज भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में भर्ती में हुई गड़बड़ी का प्रश्न उठाते हुए आरोप लगाया कि भर्ती नियम में आरक्षण रोस्टर का पालन किए बिना 48 साल के व्यक्ति को नियुक्ति दी गई है। विश्वविद्यालय के कुलपति पर मनमानी करने का आरोप रगाते हउए विधायक चंद्राकर ने कहा कि उत्तरप्रदेश से बुलाकर भर्ती की जा रही है। उन्होंने इस मामले में सरकार से हस्तक्षेप करने व कार्रवाई करने की मांग की।
जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय में भर्ती में गड़बड़ी किए जाने की शिकायत मिली है। इसकी जांच के लिए पांच सदस्यीय कमेटी बना दी गई है। कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले राजस्व निरीक्षक की भर्ती के लिए आयोजित की गई परीक्षा पर सदन में हंगामा हुआ।
भाजपा विधायक राजेश मूणत ने प्रश्न करते हुए पूछा कि ईओडब्ल्यू इस मामले की जांच कब तक पूरी करके दोषियों पर कार्रवाई करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि लोक सेवा आयोग की तरह इस परीक्षा में भी भाई-भाई, जीजा-साली-पत्नी ने एक साथ परीक्षा दी है।
जवाब में राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने बताया कि सारी औपचारिकाएं पूरी करके मामले को ईओडब्ल्यू को सौंप दिया गया है। उम्मीद है कि विधानसभा के अगले सत्र से पहले दोषियों पर कार्रवाई कर दी जाएगी।
सदन में उस वक्त हंगामा मच गया जब कांग्रेस विधायक भूपेश बघेल के सवाल पर मंत्री वर्मा ने बताया कि राजस्व निरीक्षक की परीक्षा के लिए प्रक्रिया सितंबर 2023 में शुरू हुई, परीक्षा जनवरी 2024 में हुई और फरवरी 2024 में उसके परिणाम घोषित किए गए। भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि सारी गड़बड़ी भाजपा शासनकाल में हुई है लिहाजा इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी जाए।