9 जुलाई से दादाबाड़ी में आत्मोत्थान वर्षावास एवं गिरनार तप आराधना का शुभारंभ

9 जुलाई से दादाबाड़ी में आत्मोत्थान वर्षावास एवं गिरनार तप आराधना का शुभारंभ

स्वामी वात्सल्य के साथ बोली एवं तप आराधना के विविध कार्यक्रम

रायपुर। दादाबाड़ी में 9 जुलाई, बुधवार को परम पूज्य साध्वी भगवंत श्री हंसकीर्ति श्री जी म. सा. आदि ठाणा की पावन निश्रा में आत्मोत्थान वर्षावास 2025 का भव्य शुभारंभ होगा। चातुर्मास का यह मंगल अवसर चौमासी चौदस पर प्रातः 8:45 बजे जिनवाणी श्रवण के साथ प्रारंभ होगा।

इस अवसर पर जिनवाणी जिस सूत्र के माध्यम से श्रवण की जानी है, उस सूत्र को पूज्य साध्वी भगवंत द्वारा बोहराने की बोली प्रवचन पंडाल में लगाई जाएगी। साथ ही पाँच ज्ञान की बोली भी बोली जाएगी। सकल संघ से अनुरोध है कि इस पुण्य प्रसंग पर सपरिवार पधारकर जिनशासन की प्रभावना करें।

इसी दिन नागदा के प्रसिद्ध विधिकारक विपिनभाई वागरेचा द्वारा श्री गिरनार तप की क्रियाविधि संपन्न करवाई जाएगी। कार्यक्रम उपरांत स्वामी वात्सल्य की भी सुंदर व्यवस्था रहेगी।

इसके साथ ही श्री गिरनार तप आराधना का शुभारंभ भी 9 जुलाई से दादाबाड़ी में किया जा रहा है। यह विशेष तप आराधना श्री नेमिनाथ भगवान के जन्म, दीक्षा एवं केवलज्ञान कल्याणक की स्मृति में की जाएगी। आयोजन के अंतर्गत छठ पारणा (बियासना), एकांतर आठ उपवास, अट्ठम तप, एकांतर सात उपवास एवं पुनः छठ पारणा जैसे अनुक्रम रहेंगे। कुल मिलाकर 22 उपवास और 17 बियासना की भव्य आराधना संपन्न होगी।

श्रावण सुदी चौथ-पंचमी छठ के दिन विशेष रूप से श्री नेमिनाथ भगवान के जन्म-दीक्षा कल्याणक की आराधना की जाएगी। श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि इस आध्यात्मिक ऊर्जा केंद्र – श्री गिरनार महातीर्थ की अनुपम आराधना में सहभागी बनकर आत्मोत्थान के इस पुण्य पथ में सहभागी बनें।