पशु सेवा में जुटे स्वस्थ हो चुके मानसिक रोगी,संभाल रहे गौठन की जिम्मेदारी

पशु सेवा में जुटे स्वस्थ हो चुके मानसिक रोगी,संभाल रहे गौठन की जिम्मेदारी

कोंडागांव से संवाददाता मुकेश राठौर की रिपोर्ट

कोंडागांव। कोंडागांव शांति फाउंडेशन, समाज सेवी संस्था जिसे कौन नहीं जानता। हर सेवा में तत्पर फिर चाहे वो मानव सेवा हो पशु सेवा हो या पक्षी सेवा हो। मददगार की बात कहे तो इनकी तारीफ में शब्द कम जाएंगे।

क्या है सोच शांति फाउंडेशन की

शांति फाउंडेशन के द्वारा ठीक हो चुके हुए मानसिक बीमार जिन्हें अब परिवार रखना नहीं चाहता वह अपना जीवन खुद से जी रहे हैं और जीने का तरीका सीख रहे हैं। उन्हें समाज में रहने लायक बनाने के पश्चात भी अस्वीकार किया जा रहा। ऐसे में भी शांति फाउंडेशन ने उन्हें दूर नहीं किया बल्कि एक बार फिर सहारा देते अन्य कार्यो में उनका ध्यान लगाया।

गोठान की जिम्मेदारी इन्हीं स्वस्थजनों पर

आपको बता दें कि शांति फाउंडेशन के द्वारा बोलबोला में गोठान का संचालन किया जा रहा है। इस गोठान में वर्तमान में सोलह गाय है, गायों की सम्पूर्ण जिम्मेदारी इन ठीक हो चुके मानसिक रोगियों की है। इसके साथ ही हंस ,बदख, मुर्गा- मुर्गी भी अंडों के लिए रखा गया है। ताकि मरीजों को अच्छा भोजन मिल सके वहां के जमीन में साग भाजी भी उन्हें मरीजों के द्वारा लगाया जाता है जो अब ठीक हो चुके हैं।

जन्माष्टमी में की गायों की पूजा

इस कार्य में भी अपना मजा है, क्योंकि जीवन को सुचारू रूप से सुरक्षित व खूबसूरत करने का यह अनोखा पल काफी सादगी भरा है। कृष्ण जन्माष्टमी के पावन पर्व में शांति फाउंडेशन के संचालक यतींद्र सलाम, पंकज बागची के द्वारा गोठान पहुंचकर वहाँ की सभी गायों को गुड़ खिलाते हुए पूजा किया गया और सभी का आशीर्वाद लिया गया।