पुरातात्विक महत्व वाले देवगढ़ धाम घाट से रेत की तस्करी जारी,शासन को रहा बड़ा राजस्व नुकसान

पुरातात्विक महत्व वाले देवगढ़ धाम घाट से रेत की तस्करी जारी,शासन को रहा बड़ा राजस्व नुकसान

सूरजपुर से प्रवेश गोयल की रिपोर्ट 

सुरजपुर। मुख्यालय से महज 32 किलोमीटर की दूरी में स्थित रेड़ नदी के कई घाटों में पुनः अवैध रेत उत्खनन धड़ल्ले से किया जा रहा है। जिससे रेत माफिया मालामाल हो रहे हैं वहीं राजस्व को लाखों रुपए की क्षति पहुंच रही है। रेत का अवैध उत्खनन जेसीबी लगाकर धड़ल्ले से उत्खनन के साथ-साथ  परिवहन बिना रोक-टोक जारी कराने से खनिज राजस्व विभाग  के कार्यशैली पर भी सवालिया निशान लग रही है।

जिले में रेत माफियाओं पर अंकुश लगाने हेतु सरकार के द्वारा कई प्रयास किए जाने के बावजूद भी लखनपुर ब्लाक के अंतर्गत ग्राम पंचायत बगदर्री,मुटकी, कोरिजा, रामपुर के साथ देवगढ़ घाट में इन दिनों रेत उत्खनन जोरों पर है, हाल में देखा जा रहा है की जेसीबी मशीन लगाकर नदी से रेत का अवैध खनन  किया जा रहा है ।प्रतिदिन सुबह से ही ट्रैक्टर , व 407 मिनी ट्रक के साथ सैकड़ों वाहनों से रेत कारोबारियों के द्वारा लगाकर वाहनों से छत्तीसगढ़ से लगे अन्य राज्यों के महानगरों में रेत का सप्लाई धड़ल्ले से की जा रही है । जिसकी जानकारी लोगों के द्वारा लगातार विभाग के अधिकारियों को दिए जाने के बावजूद भी आज तक बड़ी कार्रवाई नहीं की जा सकी है। खनिज व राजस्व विभाग के द्वारा सिर्फ एक दो गाड़ी को पकड़ कर खानापूर्ति कर दी जाती है ।जिससे नदी नालों का अस्तित्व संकट में है। वही सफेदपोश छोटभैया नेताओं के संरक्षण से अवैध रेत उत्खनन का कारोबार फल-फूल रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि लगातार उत्खनन की जानकारी विभाग अधिकारियों को होने के बाद भी इन घाटों को लीज कराने की अनुमति नहीं दी गई है। लिहाजा बड़े पैमाने पर रेत का उत्खनन हो रही है जिससे सरकार को लाखों रुपए की क्षति हो रही है।

रेत तस्कर हो गए सक्रिय उड़ा रहे हैं नियम कानून की धज्जियां

  बरसात के इन सीजन में नदी नालों से रेत उत्खनन पर पाबंदी लगाई है लेकिन एनजीटी के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए लगातार रेत तस्करों के द्वारा रेत तस्करी की जा रही है कार्रवाई ना होने से रेत तस्करों के हौसले बुलंद हैं l

कार्रवाई के नाम पर हो रही खानापूर्ति

ग्रामीणों का कहना है कि बड़े पैमाने पर हो रहे रेत के अवैध तस्करी पर लगाम लगाने के बजाय कार्रवाई के नाम  पर खाना पूर्ति कर   कर रहे हैं जबकि इससे शासन को लाखों रुपए का राजस्व नुकसान हो रहा है वही बताया जा रहा है कि देवगढ़ धाम के रेड नदी से रेत की अवैध परिवहन बरसात के दिनों में बढ़ जाता है रेत  अंबिकापुर से यूपी तक की सप्लाई धड़ल्ले से की जा रही है।

अवैध रेत तस्करी से स्कूली बच्चों के ऊपर मंडरा रहा खतरा

विदित हो की रेड नदी से रेत का परिवहन अंबिकापुर धड़ल्ले से किया जा रहा है इस बीच ग्राम पंचायत जमगला, कोरीजा, लटोरी, बिनकरा, लहपटरा , पूहपुटरा सहित कई ग्राम पंचायत में सड़क किनारे संचालित स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों के ऊपर जान का खतरा बना रहता है क्योंकि रेत परिवहन करने वाले वाहन बड़े ही तेज गति से वहां को स्कूल के सामने से लेकर जाते हैं कई बार इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से की गई है लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा सका है लिहाजा रेत की तस्करी धड़ल्ले से जारी है।

 रेत का अवैध उत्खनन व भंडारण  कर धड़ल्ले से परिवहन की जा रहे हैं रेत

रेणुका नदी से रेत तस्करों के द्वारा खुलेआम जेसीबी मशीन लगाकर अवैध उत्खनन करते हुए रेत इकट्ठा कर जेसीबी से लोडिंग कर खुलेआम रेत तस्करी किया जा रहा है जिसमें संबंधित अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं इधर नियमों और कानूनी प्रावधानों की धज्जियां उड़ रही है। राजस्व खनिज विभाग मौन ध्यान में मग्न है।

इस संबंध में उदयपुर एसडीएम श्री नेताम ने कहा कि रेत तस्करी पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।