नए मुख्य सचिव की नियुक्ति इसी महीने! मुख्य सूचना आयुक्त चयन समिति की बैठक दो-चार रोज में

नए मुख्य सचिव की नियुक्ति इसी महीने! मुख्य सूचना आयुक्त चयन समिति की बैठक दो-चार रोज में

रायपुर (चैनल इंडिया)। मुख्य सूचना आयुक्त के चयन की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। सामान्य प्रशासन विभाग को चयन समिति की बैठक के लिए 16 अप्रैल की तारीख मिली है। इस दिन शाम को बैठक हो सकती है।

 मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 15 और 16 अप्रैल को दो दिन के जगदलपुर दौरे पर रहेंगे। वहां बस्तर की विकास को लेकर अहम बैठक होने जा रही है। 16 अप्रैल की शाम वे बस्तर से लौटेंगे। हो सकता है, 16 अप्रैल की शाम बैठक हो जाए या फिर डेट एकाध दिन आगे-पीछे हो सकता है। इसमें नेता प्रतिपक्ष की उपलब्धता भी देखी जाएगी। सीआईसी चयन कमेटी में तीन सदस्य होते हैं। मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष और मुख्यमंत्री द्वारा नामित राज्य का कोई मंत्री। खबर है, दो-एक दिन में मंत्री भी नामित हो जाएंगे। कुल मिलाकर अगर 16 अप्रैल को कोई अड़चन आ गई तो इस हफ्ते किसी दिन भी बैठक हो जाएगी। बैठक में सीआईसी के नाम पर मुहर लगने के बाद उसका आदेश भी जारी हो सकता है।

एसीएस मनोज पिंगुआ की अध्यक्षता में बनी चार सदस्यीय सर्च कमेटी ने 26 मार्च को 33 आवेदकों का इंटरव्यू लिया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार इंटरव्यू और फाइनल सलेक्शन कमेटी की बैठक के बीच 15 दिन का गैप होना चाहिए ताकि किसी को अगर आपत्ति हो तो उसे दर्ज करा सकता है। यह मियाद 11 अप्रैल को खतम हो गई है। मगर अब चयन समिति की बैठक में कोई पेंच नहीं है। हालांकि, नए मुख्य सूचना आयुक्त कौन होगा, इसका फैसला मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाली चयन कमेटी करेगी मगर परसेप्शन मुख्य सचिव अमिताभ जैन के नाम से बना हुआ है। यदि अमिताभ जैन सीआईसी बनेंगे तो सरकार को फिर नया मुख्य सचिव अपाइंट करना होगा। अमिताभ जैन के अलावे दूसरे मजबूत दावेदार रिटायर डीजीपी अशोक जुनेजा हैं। जुनेजा के नाम की चर्चाएं सिर्फ इसलिए हो रही कि नक्सल मोर्चे पर सफलता मिलने के बाद उन्हें कोई ईनाम नहीं मिला। फिर इंटरव्यू देने के लिए वे दिल्ली से फ्लाइट पकडक़र रायपुर आए।

अमिताभ जैन का रिटायरमेंट जून में
अमिताभ जैन सीआईसी बनें या नहीं, जून में उनका रिटायरमेंट है। सरकार को वैसे भी ढाई महीने बाद नया मुख्य सचिव नियुक्त करना होगा। मुख्य सचिव बनने के अहर्ता रखने वालों में रेणु पिल्ले, सुब्रत साहू, अमित अग्रवाल, ऋचा शर्मा और मनोज पिंगुआ शामिल हैं। मगर प्रबल दावेदारों में सुब्रत साहू, अमित अग्रवाल और मनोज पिंगुआ का नाम चर्चाओं में है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पर निर्भर करेगा कि वे इनमें से किस नाम पर टिक लगा छत्तीसगढ़ के प्रशासनिक मुखिया का बागडोर सौंपते हैं।