सोंढूर बांध में कॉलोनी जहां रहते हैं कर्मचारी, उस भवन की स्थिति दयनीय

खाली भवन खंडहर में तब्दील होते हुए
संबंधित अधिकारी, कर्मचारी के अनुपस्थिति के चलते रखरखाव का अभाव
नगरी से राजू पटेल की रिपोर्ट
नगरी। धमतरी जिले के नगरी विकास खंड के अंतिम छोर सोदूर बांध का निर्माण हुआ सोदूर बांध से नगरी क्षेत्र के माध्यम से हर गांव तक पानी पहुंच रहा हैं। लगभग 50 गांव को पानी दिया जाता है 3500 हेक्टेयर जिसमें खेती कार्य के लिए पानी दिया जाता है।
वही बांध का विस्तार होने के बाद कॉलोनी का विस्तार हुआ था बांध के निर्माण के बाद तो से वही अधिकारी ,कर्मचारी के लिए देखने व रहने के लिए आवास निर्माण किया गया था वहीं करीब 80 साल से अधिक समय से भवन में कर्मचारी रहते थे मगर धीरे-धीरे कर्मचारी रिटायर होने की बात अपने घर वापस चले गए जाने के बाद मकान खाली होने के बाद मकान दरवाजा खिड़की एक-एक कर चोरी होते जा रहे हैं।
उच्च अधिकारी को इस और देखने की फुर्सत ही नहीं है जिसके चलते यह नौबत आ गया कि कॉलोनी के मकान के सामान धीरे-धीरे चोरी होते जा रहे हैं पानी बरसात में देख-रेख के अभाव के कारण धीरे-धीरे दीवाल गिरते जा रहे हैं वही स्टॉक रुम सामान के लिए बनाए गए थे वह भी बारिश में दीवाल धसने के कारण गिर गया।
विभाग की ओर से कालोनी में बने मकान की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया जो अब खंडहर में तब्दील हो रहा कॉलोनी वासियों का कहना है कि अभी तक शासन की ओर से रिपेयरिंग के लिए पैसा ही नहीं मिला है न विभाग द्वारा कोई ध्यान जिसके चलते सामाजिक तत्वों द्वारा भवन के समान एक-एक कर चोरी हो गया। कॉलोनी की बाउंड्री मे एगल में कैंसिल तार लगाया गया था जो 1 साल पहले सामाजिक तत्वों द्वारा एंगल फेंसिंग का चोरी हो गया। कॉलोनी देखने से ऐसा लगता है कि नाम मात्र कर ही रह गया है पूर्व में रिटायर कर्मचारी का कहना है कि 10-12 साल कॉलोनी में रोड की स्थिति देखो तो गिट्टी ही गिट्टी दिखाई दे रहा है साथ वही ग्रामीणों का कहना है कि यह रोड करीबन 10 साल से भी अधिक हो गया पर भी विभाग के द्वारा इस पर कोई नहीं ध्यान दिया गया जिसके चलते यह मार्ग भी काफी जर्जर हो गया।
वही कॉलोनी वासियों का कहना है नाम मात्र कॉलोनी है बड़े अधिकारी तो यहां रहते ही नहीं है छोटे कर्मचारी रहते हैं जिसके चलते उच्च अधिकारी का इस ओर ध्यान नहीं है अगर बड़े अधिकारी यहां रहते तो यहां की समस्या से अवगत रहते और शायद समस्याओं का हल होता।
कॉलोनी निवासरत कर्मचारियों की मांग है कि कॉलोनी आसपास घने जंगल घने जंगलों से घिरा हुआ है जंगली जानवरों का खतरा है जिसके चलते पुरे कॉलोनी को चारों तरफ से बाउंड्री वॉल दीवाल खड़ा करने की मांग की है और साथ ही छोटे-छोटे बच्चे के खेलने कूदने के लिए कॉलोनी में गार्डन बनाने की मांग है
साथ ही वहां रहने वाले कर्मचारियों का भवन निर्माण की मांग की है।