नवरात्रि में नए मंत्रियों के साथ निगम-मंडलों में नियुक्ति के संकेत

रायपुर (चैनल इंडिया)। प्रदेश में नए मंत्रियों के नामों का ऐलान आखिर कब होगा, इस सवाल का जवाब अब तक नहीं मिल पाया है, लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि अब ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। अगले महीने अप्रैल में ही नामों का ऐलान भी हो जाएगा और शपथ ग्रहण का कार्यक्रम भी हो जाएगा।
सूत्र बताते हैं कि चैत्र नवरात्र में ही कई निगम और मंडलों के अध्यक्षों और सदस्यों के नामों की घोषणा हो सकती है। पार्टी के बड़े नेता यह जान और समझ चुके हैं कि मंडल और आयोग में नियुक्तियां नहीं होने से कार्यकर्ताओं में असंतोष बढ़ रहा है, ऐसे में इस असंतोष को दूर करने के लिए जल्द ही नामों की घोषणा हो सकती है ।
सूत्र बताते हैं कि जिन तीन मंत्रियों के नामों का ऐलान होना है उनका भी नाम लगभग फाइनल हो चुका है । सूत्रों के मुताबिक भाजपा किसी भी विधायक को बड़ी जिम्मेदारी देती है तो उससे पहले 360 डिग्री उसके बारे में पार्टी जानकारी पता करती है। साथ ही सभी पहलुओं को देखकर ही नाम फाइनल करती है, ऐसे में जिन विधायकों के नाम मंत्री पद के लिए फाइनल हुए हैं उनके बारे में सारी जानकारियां जुटाई जा चुकी है। सूत्र बताते हैं कि रायपुर को किसी भी परिस्थिति में पार्टी मंत्रिविहीन नहीं रखना चाहती इसलिए एक नाम रायपुर से भी हो सकता है । वहीं बात करें निगम और मंडल की तो सहकारिता के साथ अनेक आयोगों और मंडलों के नाम भी लगभग फाइनल है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिलासपुर कार्यक्रम के बाद नामों का ऐलान हो सकता है ।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 21 मार्च की रात को मुख्यमंत्री निवास में प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल, प्रदेश महामंत्री (संगठन) पवन साय और प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव की देर रात बैठक हुई है और बैठक में नामों को फाइनल कर लिया गया है । जानकारी के मुताबिक मंत्रियों के नामों का ऐलान तो होगा लेकिन भाजपा सरकार में संसदीय सचिव नहीं बनाए जाएंगे । सूत्र बताते हैं कि संसदीय सचिव बनाने के पक्ष में पार्टी बिल्कुल भी नहीं है क्योंकि इससे कोई ज्यादा फायदा होता नहीं है और विधायक संसदीय सचिव बनने के बाद सदन में सवाल भी पूछ नहीं पाते हैं । ऐसे में इस बार संसदीय सचिव बनाने की उम्मीद नहीं के बराबर है ।