हम जीव में शिव को देखते हैं
शांति शिखर रिट्रीट सेंटर एकेडमी का लोकार्पण
रायपुर (चैनल इंडिया)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस के अवसर पर राजधानी रायपुर पहुंचे। अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान उन्होंने नवा रायपुर के सेक्टर-20 स्थित ब्रह्माकुमारी संस्थान के नवनिर्मित शांति शिखर रिट्रीट सेंटर एकेडमी फॉर ए पीसफुल वल्र्ड का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ब्रह्माकुमारीज में शब्द कम, सेवा ज्यादा है।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि शांति शिखर सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मकता और आत्मबल जगाने का प्रतीक है। उन्होंने छत्तीसगढ़ की जनता को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दीं और कहा कि जब विकास और मूल्य एक साथ चलते हैं, तभी समाज प्रगति की ओर बढ़ता है। उन्होंने कहा कि देश और राज्य के विकास में ब्रह्माकुमारीज की भूमिका से इनका नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आचरण ही सबसे बड़ धर्म व ज्ञान है। यह संस्थान आध्यात्मिक चेतना का प्रगट रूप है। हम तो जीव में भी शिव को देखते हैं। नरेंद्र मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद वे दुनिया के जिन-देशों में गए, वहां उन्हें ब्रह्माकुमारीज जरूर मिलीं। इससे संस्थान की शक्ति का एहसास होता है और मैं तो शक्ति का पुजारी हूं।
उन्होंने कहा कि राज्य के विकास से देश का विकास के मंत्र पर चलते हुए हम भारत को विकसित बनाने के अभियान में जुटे हैं। विकसित भारत की इस अहम यात्रा में ब्रह्माकुमारी जैसी संस्था की बहुत बड़ी भूमिका है। मैं बीते कई दशकों से आप सबके साथ जुड़ा हुआ हूं। मैंने इस आध्यात्मिक आंदोलन के विस्तार को देखा है। पीएम मोदी ने कहा कि मैंने इस आध्यात्मिक आंदोलन को वटवृक्ष की तरह विस्तार लेते हुए देखा है। 2011 में अहमदाबाद में ‘फ्यूचर ऑफ पॉवर’ कार्यक्रम, 2012 में संस्था की स्थापना के 75 वर्ष, 2013 में प्रयागराज का कार्यक्रम, आबू जाना हो या गुजरात के कार्यक्रमों में जाना मेरे लिए रूटीन-सा हो गया था। उन्होंने कहा कि चाहे ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ हो या ‘स्वच्छ भारत’ अभियान, जब भी मैं आया हूं, मैंने यहां के प्रयासों को बड़ी ईमानदारी से देखा है।
इस मौके पर राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, संस्थान की अतिरिक्त मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी जयंती, महासचिव डॉ. बीके मृत्युंजय, और रायपुर की संचालिका बीके सविता मौजूद थीं।