Big News : पुलिस की गिरफ्त में पत्रकार मुकेश हत्याकांड का मुख्य दरिंदा सुरेश चंद्राकर,तीन आरोपी को पहले ही दबोच लिया गया था,अब जल्द न्याय का इंतजार
बीजापुर/रायपुर। कहते हैं कानून के हाथ बड़े लंबे होते है,कोई कितना बड़ा खेल खेल ले लेकिन कोई तीस मार खां बच नहीं सकता। ऐसा ही छत्तीसगढ़ को हिलाकर रख देने वाले बीजापुर के मशहूर पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड में देखने को मिला है। सरकार,प्रशासन और पुलिस एक्शन मोड में आ चुकी है। हृदयविदारक हत्याकांड में शामिल 3 आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था। अब मुख्य आरोपी भी पुलिस की गिरफ्त में है। जैसा प्रदेश के मुखिया विष्णुदेव साय एवं गृह मंत्री व डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा था। इस हत्याकांड में शामिल कोई भी अपराधी बख्शे नहीं जाएंगे और जल्द हम जांच पूरी कर केस न्यायालय तक पहुंचाया जाएगा।
विदित हो कि मास्टरमाइंड मुख्य दरिंदे भ्र्ष्ट ठेकेदार सुरेश चंद्राकर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। देर रात गठित एसआईटी ने हैदराबाद से फरार चल रहे सुरेश चंद्राकर को पकड़ा था।छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्याकांड मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। गठित एसआईटी टीम ने हत्याकांड के मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर को जब से दबोचा ये खबर जंगल में आग की तरह फैली। फिलहाल एसआईटी टीम आरोपी से पूछताछ कर रही है। बीजापुर पुलिस अधीक्षक ने खुद उसकी गिरफ्तारी पुष्टि कर दी है।
मामले में पुलिस ने 3 आरोपी दिनेश, रितेश चंद्राकर और महेंद्र रामटेके को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। बता दें कि पत्रकार मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी को शाम 7 बजे से घर से लापता थे। अगले दिन 2 जनवरी को उनके भाई युकेश ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस लगातार मुकेश का फोन ट्रेस कर रही थी। फोन बंद था, लेकिन लास्ट लोकेशन आसपास दिख रही थी। सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले गए, जिसमें अंतिम बार मुकेश दिखे। जीमेल लोकेशन के जरिए ट्रेस में पता चला था कि लास्ट लोकेशन बीजापुर के चट्टानपारा में थी पुलिस इसी के आधार पर आगे बढ़ी और शुक्रवार को तलाशी के दौरान रितेश चंद्राकर के फार्म हाउस पहुंची। दिखा। यहां बैडमिंटन कोर्ट है। पुरानी सैप्टिक टैंक में कुछ नया कांक्रीट किया हुआ दिखा था। शक के आधार पर तोड़ा गया तो मुकेश की लाश सैप्टिक टैंक से ही मिली।