दुर्ग जिले में स्वाइन फ्लू से चौथी मौत,13 संक्रमित मरीज विभिन्न अस्पतालों में भर्ती

दुर्ग जिले में स्वाइन फ्लू से चौथी मौत,13 संक्रमित मरीज विभिन्न अस्पतालों में भर्ती

भिलाई से जॉन बी प्रसाद की रिपोर्ट

दुर्ग। दुर्ग जिले में आज स्वाइन फ्लू से पीड़ित एक मरीज की मौत हो गई। अभी तक जिले से चार मरीजों की मौत हो चुकी है। स्वाइन फ्लू से पीड़ित दुर्ग जिले के 13 मरीज का इलाज विभिन्न अस्पतालों में जारी है। जिला कलेक्टर दुर्ग सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी द्वारा आज एडवाइजरी जारी जिले के नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की गई है। स्वाइन फ्लू के बढ़ते संक्रमण के कारण जिला अस्पताल में 10 एवं चंदूलाल चंद्राकार मेडिकल कॉलेज में 30 बिस्तर आरक्षित किए गए हैं।
डॉ सीबीएस बंजारे जिला सर्विलांस अधिकारी ने बताया कि आज दुर्ग जिले में स्वाईन फ्लू के कोई भी नया मरीज नहीं मिले है। फिलहाल जिले में कुल 13 मरीज स्वाइन फ्लू से संक्रमित हैं। जिनका इलाज अस्पतालों में जारी है। रायपुर के NHMMI, Raipur अस्पताल में-03, एम्स अस्पताल रायपुर में-05, BRAM (Mekahara) Raipur- 01, श्री शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज, जुनवानी-02, चंदूलाल चंद्राकर शासकीय मेडिकल कॉलेज, कचांदूर-02 में चिकित्सकीय उपचार हेतु भर्ती है।   चौहान ग्रीन वेली भिलाई निवासी की मृत्यु शंकराचार्य मेडिकल कॉलेज, जुनवानी में हुई है। स्वाईन फ्लू के मरीजों हेतु चंदूलाल चंद्राकर शासकीय मेडिकल कॉलेज, कचान्दूर में 30 बिस्तर एवं जिला चिकित्सालय, दुर्ग में 10 बिस्तर आरक्षित किये हैं।
सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, कलेक्टर, दुर्ग के निर्देशानुसार डॉ मनोज दानी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, दुर्ग, डॉ. सी.बी.एस. बंजारे, जिला सर्वेलेंस अधिकारी, आईडीएसपी दुर्ग, संदीप ताम्रकार, जिला कार्यकम प्रबंधक, एन.एच.एम., दुर्ग के के द्वारा वर्तमान में दुर्ग जिले में मौसमी बीमारियों जैसेः उल्टी, दस्त, पीलिया, डेन्गु, मलेरिया, स्वाइन फ्लु आदि के धनात्मक प्रकरणों में वृद्धि देखते हुए समस्त स्वास्थ्य संस्थाओं को भारत सरकार द्वारा जारी किये गये दिशा-निर्देश का पालन करने हेतु निर्देशित किया गया है। दुर्ग जिले में भी मौसमी बिमारियों की बचाव, उपचार व रोकथाम हेतु समुदाय में लोगो द्वारा स्वाईन फ्लू संकमण से ऐहतियात बरतने जिले के समस्त स्वास्थ्य संस्थाओं को दिशा-निर्देश जारी किया जा चुका है जिससे संक्रमण का फैलाव कम किया जा सके। स्वाईन फ्लू हेतु स्वाईन फ्लू श्वसन तंत्र संक्रमण है जो मनुष्यों में इनफ्लुएंजा ए वायरस के कारण होता है।
सामन्यतः इसकी अवधि 1 से 2 दिन की होती है। संक्रमण का प्रसार संक्रमित व्यक्ति के लक्षण प्रारंभ होने के 3 से 5 दिवस तक अन्य व्यक्ति को हो सकता है एवं इसका प्रसार सामान्यतः संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आने से फैलता है। इसमें सामान्य लक्षण सर्दी, खांसी, गले में खराश, बुखार, सिरदर्द, थकावट और कभी दस्त एवं उल्टी भी होते है। उच्च जोखिम वाले व्यक्तियों जैसे गर्भवती महिला, 05 वर्ष से कम उम्र के बच्चे 65 वर्ष से अधिक उम्र के वद्ध एवं किसी अन्य रोगो से ग्रसित व्यक्तियों में इस संक्रमण की जटिताएँ होने की सम्भावना होती है।

संक्रमण का प्रसार
संक्रमण का प्रसार संक्रमित व्यक्ति में लक्षण प्रारंभ होने के 3-5 दिवस तक अन्य व्यक्तियों में हो सकता है। संक्रमण का प्रसार सामान्यतः संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से Droplet infection (छोटी बूंद का संकमण) के माध्यम से होता है।

क्या ना करें 
अभिवादन के लिए हाथ ना मिलाएं व ना गले मिले।
चिकित्सक के सलाह बिना दवाई न लें।