छत्तीसगढ़-तेलंगाना-महाराष्ट्र बॉर्डर पर पांच हजार जवानों ने तीन सौ नक्सली नेताओं को घेरा

छत्तीसगढ़-तेलंगाना-महाराष्ट्र बॉर्डर पर पांच हजार जवानों ने तीन सौ नक्सली नेताओं को घेरा

देश का सबसे बड़ा एंटी नक्सल ऑपरेशन 
पांच नक्सलियों को मार गिराया
बीजापुर (चैनल इंडिया)। बीजापुर और तेलंगाना की सीमा पर गलगम और नडपल्ली की पहाडिय़ों में नक्सलियों के खिलाफ अब तक का सबसे बड़ा एवं भीषण एंटी नक्सल ऑपरेशन मंगलवार 45 घंटे से जारी है। गलगम और नडपल्ली की पहाड़ी के नीचे बयेउसूर पहुंचे बीजापुर के स्थानीय पत्रकार रामचंद्रम ने बताया कि ग्रामीणों से हुई चर्चा में उन्होंने बताया कि मंगलवार सुबह 5 बजे से यहां से लगभग 10 किमी. की दूरी पर दिख रही गलगम और नडपल्ली की पहाड़ी से बम-गोली की आवाज आ रही है। वहीं पहाड़ी के नीचे उसूर के जंगल तक बड़ी संख्या में जवान तैनात हैं।

पुलिस सूत्रों के अनुसार दो दिनों से जारी इस भीषण मुठभेड़ में समय के साथ सुरक्षाबलों की बैकअप पार्टी लगातार बाइक से पहुंच रही है। बताया जा रहा है कि लगभग पांच हजार से अधिक की संख्या में जवानों ने नक्सलियों के सबसे खतरनाक बटालियन नंबर-एक के सैकड़ों नक्सलियों को घेर रखा है। बताया जा रहा है कि मौके पर तीन सौ से अधिक की संख्या में नक्सली मौजूद हैं, जिसमें नक्सलियों के पीएलजीए और कम्पनी नंबर एक के कई बड़े नक्सली कमांडर जिसमें एक करोड़ का इनामी हिड़मा, देवा, सहदेव और केशव की मौजूदगी बताई जा रही है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार हेलीकॉप्टर से पुलिस के बड़े अधिकारी आवापल्ली और बीजापुर पहुंचे हैं। बस्तर आईजी सुंदरराज पी. भी बीजापुर पहुंच चुके हैं।

जानकारी के अनुसार मुठभेड़ के 45 घंटे से अधिक हो जाने के बाद जवानों के लिए मुठभेड़ स्थल पर हेलीकॉप्टर से पानी और खाना भिजवाया गया है। साथ ही बीजापुर से बड़ी संख्या में जवानों की बैकअप पार्टी को भी भेजा गया है। छत्तीसगढ़ की फोर्स के अलावा तेलंगाना से भी ग्रेहाउंडस के जवानों की टीम नक्सलियों को घेर रखी है। जानकारी के मुताबिक नक्सलियों के हमले में दो जवान घायल हो गए हैं, जिन्हें हेलीकॉप्टर के जरिए रायपुर रेफर किये जाने की सूचना पुलिस सूत्रों से मिली है। इस भीषण मुठभेड़ में जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और कोबरा बटालियन की संयुक्त टीमें मोर्चे पर तैनात हैं। बताया जा रहा है कि नक्सलियों को भारी नुकसान हुआ है, हालांकि पुलिस व सुरक्षाबलों की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की गई है। 

तेलंगाना और छत्तीसगढ़ की सीमा पर नक्सलियों के खिलाफ  देश का सबसे बड़ा ऑपरेशन शुरू हुआ। देश के मोस्ट वांटेड नक्सली नेताओं के साथ करीब एक हजार से अधिक नक्सलियों को घेरने के लिए बस्तर के बहादुर डीआरडी. एसटीएफ, कोबरा, सीआरपीएफ, बस्तर फाइटर, महाराष्ट्र से सी60 कमांडो और आंध्र के ग्रेहाउंड्स फोर्स के जवानों के साथ वायु सेना को भी शामिल किया गया है। दो दिन पहले ही ऑपरेशन के लिए अत्याधुनिक हथियारों से लैस वायु सेना के एमआई17 के हेलिकॉप्टर जगदलपुर, बीजापुर, तेलंगाना, आंध्र और महाराष्ट्र में तैनात किए गए। ड्रोन के जरिए पूरे इलाके की निगहबानी की जा रही है।  इस ऑपरेशन पर छत्तीसगढ़ समेत देशभर की सुरक्षा एजेंसियो की नजर टिकी हुई है। बीजापुर समेत महाराष्ट्र और तेलंगाना में पुलिस के आला अधिकारी मौजूद हैं। तीन राज्यों से ऑपरेशन पर नजर रखी जा रही है। जवानों के निशाने पर कररेगुट्टा और नीलम सराय पहाड़ी है,जहां बड़ी संख्या में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर नक्सल इतिहास के सबसे बड़े ऑपरेशन को लॉन्च किया गया। 

पांच नक्सली ढेर
बीजापुर जिले के कर्रेगुट्टा के जंगल में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में पांच नक्सली मारे गए हैं। सुरक्षा बलों ने तीन दिन पहले सबसे बड़े नक्सल विरोधी अभियानों में से एक शुरू किया था। तलाशी अभियान और मुठभेड़ जारी है।