ज्ञान की ओर पहला कदम : पीएम श्री चिस्दा नवोदय विद्यालय में नव प्रवेशी छात्रों के लिए पुस्तक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित

जांजगीर-चाम्पा से राजेश राठौर की रिपोर्ट
चिस्दा। पीएम श्री चिस्दा नवोदय विद्यालय में नव सत्र की शुरुआत एक प्रेरणादायक शैक्षणिक आयोजन से हुई। विद्यालय के प्रभारी प्राचार्य श्री आर. पी. तिवारी के निर्देशन में नव प्रवेशी छात्रों के लिए "पुस्तक का महत्व" विषय पर एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर छात्रों को न केवल पुस्तकों की महत्ता बताई गई, बल्कि उनमें पठन-पाठन के प्रति रुचि जगाने हेतु पुस्तक समीक्षा और स्लोगन लेखन प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के सभागार में प्रभारी प्राचार्य के प्रेरक संबोधन से हुई। उन्होंने कहा, "एक छात्र का सबसे अच्छा मित्र पुस्तक होती है। यह हमें न केवल ज्ञान देती है, बल्कि हमारे विचारों को भी दिशा देती है।" उन्होंने बच्चों को जीवन में पुस्तकों की भूमिका, उनके साथ जुड़ने की आदत और डिजिटल युग में भी उनके अपरिवर्तनीय महत्व को सरल शब्दों में समझाया।
पुस्तक समीक्षा प्रतियोगिता में छात्रों को अपनी पसंदीदा पुस्तक के बारे में लिखने व बोलने का अवसर दिया गया, जिसमें उन्होंने बाल साहित्य, प्रेरणात्मक कहानियों और ऐतिहासिक पुस्तकों पर विचार प्रस्तुत किए। इस आयोजन से बच्चों की प्रस्तुतीकरण क्षमता और विचारशीलता में भी वृद्धि देखी गई।
स्लोगन लेखन प्रतियोगिता में छात्रों ने अपने विचारों को रचनात्मक ढंग से प्रस्तुत किया। "पुस्तकें बोलती नहीं, पर सिखाती बहुत हैं", "एक किताब, हज़ार रास्ते", जैसे अनेक आकर्षक और प्रेरक स्लोगनों ने वातावरण को ज्ञानमय बना दिया।
कार्यक्रम का समापन विजेताओं को सम्मानित करने के साथ हुआ। प्रभारी प्राचार्य श्री तिवारी ने सभी प्रतिभागियों की सराहना की और कहा कि इस प्रकार की गतिविधियाँ छात्रों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
विद्यालय परिवार द्वारा इस आयोजन की सराहना की गई और इसे हर वर्ष नियमित रूप से आयोजित करने का संकल्प लिया गया।