सीएम की बारीक नजर, सचिव दयानंद की मॉनिटरिंग

सीएम की बारीक नजर, सचिव दयानंद की मॉनिटरिंग

हमारी खदानों ने साल भर में उगले 14 हजार करोड़ 
40 फीसदी आमदनी दंतेवाड़ा जिले से
रायपुर (चैनल इंडिया)। प्रदेश की लोहा और दूसरी खदानों ने पिछले एक साल में आमदनी का रिकॉर्ड बना दिया है। प्रदेश में सालभर में हुई माइनिंग से 14 हजार 195 करोड़ रुपए की रिकार्ड आमदनी हुई है। पिछले साल खनिज आय 12 हजार 795 करोड़ रुपये हुई थी। इस तरह, इस साल आय 11 प्रतिशत ज्यादा रही है। खनिज विभाग मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के पास है, और वे माइनिंग तथा इससे संबंधित पर्यावरण के मुद्दे पर बारीक नजर रखे हुए हैं। यही वजह है कि उनके निर्देश पर खनिज विभाग के सचिव आईएएस पी. दयानंद ने खदानों से जुड़े मामलों पर तगड़ी मॉनीटरिंग भी की है।
 प्रदेश को सालभर में खदानों से जितनी आमदनी हुई है, उसका 40 फीसदी से ज्यादा हिस्सा दंतेवाड़ा जिले से मिला है और खनिज राजस्व के मामले में यह जिला टाप पर बना हुआ है। आंकड़ों के मुताबिक दंतेवाड़ा में लोहे के अकूत भंडार से सरकार को सालभर में 6580 करोड़ रुपए की आमदनी हुई है। कोरबा की खदानों से 2148 करोड़, रायगढ़ से 2027 करोड़, बालोद से 1313 करोड़, सरगुजा से 585 करोड़, बलौदाबाजार से 354 करोड़, कांकेर से 328 करोड़ तथा सूरजपुर की खदानों से सरकार को 155 करोड़ रुपए का राजस्व मिला है।
 मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की धरती केवल खनिज संपदा से नहीं, विकास की असीम संभावनाओं से समृद्ध है। पिछले साल 14,195 करोड़ रुपए का रिकॉर्ड खनिज राजस्व हासिल करने की उपलब्धि हमारी दूरदर्शी नीतियां, पारदर्शी प्रशासन, और ईमानदार कार्यसंस्कृति का प्रतिफल है। ई-नीलामी प्रणाली, तकनीकी नवाचार और सुशासन के माध्यम से हम खनिज क्षेत्र को केवल राजस्व संग्रहण का माध्यम नहीं, बल्कि दूरस्थ अंचलों के लिए विकास के इंजन के रूप में परिवर्तित कर रहे हैं।