बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ बनाने मंत्री राजवाड़े ने दिलाई शपथ, पूरी भव्यता से सम्पन्न हुआ 148 जोड़ों का सामूहिक विवाह

बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ बनाने मंत्री राजवाड़े ने दिलाई शपथ, पूरी भव्यता से सम्पन्न हुआ 148 जोड़ों का सामूहिक विवाह

मांगलिक बेला में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूरी भव्यता के साथ हुआ विवाह

मंत्री, विधायक, कलेक्टर, जनप्रतिनिधियों ने नव दंपत्तियों को दी बधाई और शुभकामनाएं

महिला एवं बाल विकास विभाग की कैलेण्डर का अतिथियों ने किया विमोचन

गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत आज आयुष कॉलेज परिसर मरवाही में सामूहिक रूप से 148 जोड़ां का मांगलिक बेला में वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूरी भव्यता के साथ विवाह सम्पन्न हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि महिला एवं बाल विकास तथा समाज कल्याण मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने विद्या की देवी मां सरस्वती और छत्तीसगढ़ महतारी की छायाचित्र पर माल्यार्पण, पूजा अर्चना और दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने सभी वर-वधुओं को दाम्पत्य सूत्र में बंधने पर बधाई दी और उनके सुखद जीवन की कामना की।

उन्होंने कहा कि परिवार को साथ लेकर चलना है, अपने माता-पिता की तरह सास-ससुर को सम्मान देना है, परेशानियों एवं अभावों में संयम से रहना है और सुख-दुख में एक-दूसरे को साथ देना है।

मंत्री राजवाड़े ने इस अवसर पर विभागीय योजनाओं पर आधारित कैलेण्डर का विमोचन किया। उन्होंने समारोह में उपस्थित सभी लोगों को बाल विवाह मुक्त छत्तीसगढ़ बनाने 18 वर्ष से कम उम्र के लड़कियों और 21 वर्ष से कम उम्र के लड़कों का विवाह नही कराने की शपथ दिलाई।

मरवाही विधायक प्रणव कुमार मरपची ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत आयोजित सामुहिक विवाह को बड़ा आयोजन बताया। उन्होंने सामुहिक विवाह में शामिल सभी वर-वधुओं को नए वर्ष में, नए दाम्पत्य जीवन में प्रवेश करने पर बधाई और शुभकामनाएं दी। कलेक्टर लीना कमलेश मंडावी ने समारोह में उपस्थित सभी अतिथियों का स्वागत-अभिनंदन किया।

उन्होंने परिणय सूत्र में बंधे सभी नव विवाहित जोड़ों के सुखद जीवन और उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाओं एवं उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला।

जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी अमित सिन्हा ने समारोह में उपस्थित सभी अतिथियों के प्रति आभार प्रकट किया।

सामूहिक विवाह मण्डप में बने वेदियों के चारों ओर वर-वधु के जोड़ों को बिठाकर पंडितों ने एक साथ माइक से विधिवत मंत्रोच्चारण, पूजन, होम-हवन के बाद सात फेरे लगवाए और विवाह संपन्न कराया।

जिला प्रशासन और महिला एवं बाल विकास विभाग के सौजन्य से आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में सभी वर पीला कुरता-सफेद पैजामा पहनकर, सिर पर पगड़ी धारण किए हुए और वधुएं लाल साड़ी एवं गोटेदार लाल चुनरी तथा सिर पर मुकुट धारण किए हुए उत्साह पूर्ण वातावरण में सात फेरे लेकर दाम्पत्य जीवन में प्रवेश किया। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत सभी वधुओं को 35 हजार रूपए उनके बैंक खातें में प्रदान करने की स्वीकृति पत्र प्रदान किया गया। साथ ही छत्तीसगढ़ महिला कोष की सक्षम योजना के तहत हितग्राहियों को चेक प्रदान किया गया।

समारोह में जिला पंचायत बिलासपुर के अध्यक्ष अरूण सिंह चौहान एवं सदस्य पुष्पेश्वरी तंवर, अध्यक्ष नगर पंचायत मरवाही किशन सिंह ठाकुर, जनपद अध्यक्ष मरवाही प्रताप सिंह मरावी, परियोजना निदेशक डीआरडीए दिलेराम डाहिरे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल, एसडीएम मरवाही प्रफुल्ल रजक, गणमान्य नागरिक कन्हैया राठौर, राकेश चतुर्वेदी, बृजलाल राठौर, पवन पैकरा, लोचन राठौर, राकेश दीक्षित, ज्ञानेन्द्र उपाध्याय, लालजी यादव, उपेन्द्र बहादुर सिंह, छोटेलाल सोनी, मनीष श्रीवास, तापस शर्मा, विभिन्न विभागों के जिला एवं खण्डस्तरीय अधिकारी-कर्मचारी, वर-वधु और उनके परिजन उपस्थित थे।