शिवजी की बारात के सदृश्य हो हमारा व्यवहार : विधायक द्वारिकाधीश

शिवजी की बारात के सदृश्य हो हमारा व्यवहार : विधायक द्वारिकाधीश

बागबाहरा से अतुल गंडेचा की रिपोर्ट 

बागबाहरा। भगवान शिवजी की बारात के समान बिना भेदभाव वाला हमारा व्यवहार होना चाहिए,क्योंकि रामचरितमानस जात पात की भेदभाव से दूर मानव को मानव समझने की प्रेरणा देती है। उक्त उद्गार छत्तीसगढ़ शासन के पूर्व संसदीय सचिव एवं वर्तमान खल्लारी विधायक द्वारिकाधीश ने रामायण महोत्सव के दौरान व्यक्त किए । सावन सोमवार के अवसर पर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम भलेसर मेंमानस गान महोत्सव का आयोजन किया गया था,जिसमें  विधायक द्वारिकाधीश यादव भी सम्मिलित होने के लिए भलेसर पहुंचे,जहां उन्होंने भगवान श्री रामचंद्र की पूजा अर्चना की मैनचेस्टर मानस मंडली को सम्मानित किया समिति के सदस्यों एवं मंचस्थ मानस मंडली को सम्मानित किया । 
इस अवसर पर मानस गान महोत्सव को संबोधित करते हुए विधायक यादव ने सर्वप्रथम बोल बम समिति एवं आयोजक समितिको इस पावन पुनीत आयोजन के लिए धन्यवाद दिया। तत्पश्चात मुख्य अतिथि की आसंदी उपस्थित भक्तानुरागी जनों को संबोधित करते हुए कहा कि रामचरितमानस के बालकांड में शिव विवाह के प्रसंग के दौरान शिवजी की बारात को जो वर्णन है वह मानव को समानता के व्यवहार की प्रेरणा देता है ।


विधायक यादव ने कहा कि जिस प्रकार शिवजी की बारात में बिना भेदभाव के सभी भूत प्रेत बाराती बनकर गए थे उसी प्रकार हमें भी कि उच्च नीच जाति पाति के भेदभाव से परे होकर  एक साथ मिलकर चलना चाहिए और किसी के साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए,ताकि यह समाज उत्तरोत्तर वृद्धि को प्राप्त कर सके और सभी लोगों को समानता का अधिकार प्राप्त हो ।
इस अवसर पर प्रमुख रूप सेमोहर सिंह ठाकुर , बिसराम पटेल, देव सिंह ठाकुर, धनराज चंद्राकर, सरपंच प्रेम सिंह सिन्हा, रश्मि सिन्हा , पुरुषोत्तम चंद्राकर, सरपंच बलराम सिन्हा सहित बड़ी संख्या में श्रोतागण माताएं बहनें एवं छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्र से पहुंचे हुए मानस मंडली के सदस्य गण उपस्थित रहे।