पुंछ में आतंकी ठिकाना मिला आईईडी, वायरलेस सेट मिले श्रीनगर-जम्मू जेल की सुरक्षा बढ़ी

पहलगाम/नई दिल्ली (एजेंसी)। सिक्योरिटी फोर्सेस ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ में आतंकी ठिकाना खोजा है। यहां पांच आईईडी वायरलेस सेट और कुछ कपड़े भी बरामद हुए हैं। पुंछ के सुरनकोट में मारहोट गांव में यह ठिकाना मिला। सुरक्षा बलों का कहना है कि यह आतंकियों के छिपने की जगह है।
मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक, सुरक्षाबलों को जम्मू-कश्मीर पुंछ में आतंकी ठिकाना मिला है। सोमवार सुबह, सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने जिले के सुरनकोट में साझा अभियान चलाया। इस दौरान आतंकी ठिकाने से उन्हें पांच आईईडी बम मिले, इनमें से 3 टिफिन बॉक्स और 2 बाल्टी में थे। साथ ही कई प्रतिबंधित कम्युनिकेशन डिवाइस भी बरामद किए गए हैं। इस बरामदगी के बाद श्रीनगर सेंट्रल जेल और जम्मू की कोट बलवाल जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इनमें कई आतंकी बंद हैं, जो हमलों में मदद करते हैं। इंटेलिजेंस अलर्ट के बाद यह कदम उठाया गया है।
एनआईए ने जम्मू की कोट बिलावल जेल में लश्कर के ओवर ग्राउंड वर्कर्स निसार अहमद और मुश्ताक हुसैन से पूछताछ की। दोनों पहलगाम हमले के संदिग्ध हैं। दोनों को 2023 में डांगरी में हुए आतंकी हमले में भी गिरफ्तार किए गए थे। इस हमले में भी उन्होंने आतंकियों की मदद की थी। शक है कि पहलगाम अटैक में भी दोनों ओवर ग्राउंड वर्कर्स ने आतंकवादियों की मदद की थी।
चिनाब नदी पर बने दो डैम का पानी रोका
पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि सस्पेंड करने के बाद भारत ने चिनाब नदी का पानी रोक दिया है। रविवार को जम्मू के रामबन में बने बागलिहार डैम से चिनाब का पानी रोका गया। पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि सस्पेंड करने के बाद भारत ने चिनाब नदी का पानी रोक दिया है। रविवार को जम्मू के रामबन में बने बागलिहार डैम से चिनाब का पानी रोका गया। सोमवार को रियासी जिले में सलाल डैम के गेट बंद कर दिए गए। वहीं, अब कश्मीर में किशनगंगा बांध के जरिए झेलम नदी का पानी रोकने की प्लानिंग चल रही है। सोमवार को रियासी जिले में सलाल डैम के गेट बंद कर दिए गए। वहीं, अब कश्मीर में किशनगंगा बांध के जरिए झेलम नदी का पानी रोकने की प्लानिंग चल रही है।
जेलों पर आतंकी हमले का खतरा
मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक जम्मू-कश्मीर की जेलों पर आतंकी हमले का खतरा है। इंटेलिजेंस अलर्ट के बाद श्रीनगर सेंट्रल जेल और जम्मू की कोट बलवाल जेल की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इनमें कई आतंकी बंद हैं, जो हमलों में मदद करते हैं। पहलगाम हमले की जांच में एनआईए ने यहां बंद निसार और मुश्ताक से पूछताछ की थी।