अंतरिक्ष में इतिहास रचने "ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला" हैं तैयार, स्पेस स्टेशन के लिए 29 मई को भरेंगे उड़ान

Group Captain Shubhanshu Shukla

अंतरिक्ष में इतिहास रचने "ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला" हैं तैयार, स्पेस स्टेशन के लिए 29 मई को भरेंगे उड़ान

नई दिल्ली। भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला जल्द ही इतिहास रचने जा हैं। शुभांशु शुक्ला 29 मई को फ्लोरिडा से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए उड़ान भरेंगे। वह एक्सिओम मिशन-4 (Ax-4) का हिस्सा हैं, जो ISS के लिए भेजा जाने वाला चौथा निजी अंतरिक्ष मिशन है। शुभांशु 29 मई को रात 10:33 बजे IST पर स्पेसएक्स ड्रैगन अंतरिक्षयान में सवार होकर उड़ान भरेंगे। वह, ISS पर 14 दिन के प्रवास के दौरान 7 प्रयोग करेंगे, जिसमें फसल उगाना और अंतरिक्ष में वॉटर बीयर्स के बारे में स्टडी करना शामिल है।

शुभांशु शुक्ला शुक्ला पिछले आठ महीनों से नासा और निजी कंपनी एक्सिओम स्पेस के साथ मिलकर प्रशिक्षण ले रहे हैं। वे 1984 में राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले भारत के दूसरे राष्ट्रीय अंतरिक्ष यात्री होंगे। इस मिशन में शुभांशु शुक्ला शुक्ला के साथ तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री भी शामिल हैं- अमेरिका की अनुभवी अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन, पोलैंड के स्लावोज़ उज़्नान्स्की-विस्निएव्स्की, और हंगरी के मैकेनिकल इंजीनियर टिबोर कापू।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 फरवरी 2024 को शुभांशु शुक्ला को गगनयान मिशन के लिए चुने गए अंतरिक्ष यात्रियों में से एक के रूप में चुना। गगनयान को 2025 में ही लॉन्च किया जाना है। इससे पहले, वे 29 मई 2024 को एक्सिओम मिशन-4 के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के लिए उड़ान भरेंगे। 

क्या है Ax-4 मिशन :
Ax-4 मिशन भारत, पोलैंड और हंगरी के लिए मानव अंतरिक्ष यात्रा में एक ऐतिहासिक वापसी का प्रतीक है। यह इन देशों की 40 से अधिक वर्षों में पहली सरकारी सहायता प्राप्त अंतरिक्ष उड़ान होगी। हालांकि ये देश पहले भी अंतरिक्ष यात्राएं कर चुके हैं, लेकिन यह पहली बार है जब ये तीनों देश एक साथ अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर मिशन का संचालन करेंगे। यह मिशन पृथ्वी की निचली कक्षा को लेकर सोच बदलने और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रीय अंतरिक्ष कार्यक्रमों को बढ़ावा देने में Axiom Space की भूमिका को रेखांकित करता है। Ax-4 मिशन के तहत करीब 60 वैज्ञानिक प्रयोग और गतिविधियां की जाएंगी, जिनमें अमेरिका, भारत, पोलैंड, हंगरी, सऊदी अरब, ब्राज़ील, नाइजीरिया, यूएई और कई यूरोपीय देशों सहित 31 देश शामिल हैं।