रातभर सोने के बाद भी दिन में आती है बहुत नींद? यह आलस नहीं, बीमारी का संकेत हो सकता है; जानें उपाय

रातभर सोने के बाद भी दिन में आती है बहुत नींद? यह आलस नहीं, बीमारी का संकेत हो सकता है; जानें उपाय

नई दिल्ली। क्या आप रात को 7-8 घंटे सोने के बाद भी सुबह उठते ही थकान महसूस करते हैं? क्या ऑफिस में काम करते वक्त या पढ़ाई करते समय आपको बार-बार झपकी (नींद) आती है? अगर हाँ, तो इसे महज 'आलस' समझकर नजरअंदाज न करें। यह शरीर में हो रहे बदलावों या किसी छिपी हुई समस्या का संकेत हो सकता है।

दिन में अत्यधिक नींद आना (Daytime Sleepiness) आगे चलकर सिरदर्द, चिड़चिड़ापन, पेट की खराबी और डिप्रेशन जैसी गंभीर समस्याओं को जन्म दे सकता है। आइये जानते हैं इसके मुख्य कारण और दिनभर तरोताजा (Fresh) रहने के आसान उपाय।

क्यों आती है दिन में नींद? मुख्य कारण (Causes)

खराब स्लीप पैटर्न: अगर आप रात में बार-बार जागते हैं या सोने का समय निश्चित नहीं है, तो नींद की गुणवत्ता (Quality Sleep) खराब हो जाती है, जिससे दिन में थकान लगती है।

भारी भोजन (Heavy Dinner): कई लोग सोचते हैं कि रात को पेट भरकर खाने से अच्छी नींद आती है, लेकिन यह गलत है। भारी भोजन पचने में समय लेता है, जिससे शरीर पूरी तरह आराम (Rest mode) में नहीं जा पाता।

तनाव और चिंता: मेंटल स्ट्रेस और डिप्रेशन दिमाग को कभी शांत नहीं होने देते, जिससे आप सोकर भी थका हुआ महसूस करते हैं।

बीमारियाँ: डायबिटीज (मधुमेह) या थायराइड जैसी बीमारियां शरीर को अंदर से कमजोर कर देती हैं, जिससे व्यक्ति को हर समय सुस्ती छाई रहती है।

नकारात्मक सोच: जो लोग हमेशा निगेटिव सोचते हैं, उनका दिमाग जल्दी थक जाता है।

दिनभर फ्रेश रहने के लिए क्या करें? (Solutions & Tips)

अगर आप इस समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो अपनी दिनचर्या में ये छोटे-छोटे बदलाव करें:

अदरक और काली मिर्च: अपनी डाइट में अदरक और काली मिर्च को शामिल करें। आप दूध वाली चाय की जगह अदरक और काली मिर्च वाली हर्बल चाय पी सकते हैं। यह सुस्ती दूर करने में रामबाण है।

6-7 घंटे की गहरी नींद: कोशिश करें कि आप रोजाना 6 से 7 घंटे की निर्बाध (बिना डिस्टर्ब हुए) नींद लें।

सोने से पहले गैजेट्स दूर: बिस्तर पर जाने से कम से कम 1 घंटे पहले मोबाइल और टीवी बंद कर दें। सोने से 3-4 घंटे पहले चाय-कॉफी का सेवन न करें।

हल्का भोजन: रात का खाना (Dinner) सोने से कम से कम 2 घंटे पहले खाएं और वह हल्का होना चाहिए।

वेंटिलेशन: अपने कमरे की खिड़कियां और दरवाजे खुले रखें ताकि ताजी हवा और प्राकृतिक रोशनी (Sunlight) अंदर आ सके। ऑक्सीजन मिलने से दिमाग सक्रिय रहता है।

योग और मेडिटेशन: सुस्ती भगाने के लिए सुबह 15-20 मिनट योग या प्राणायाम जरूर करें।