गजानंद एप से ऑनलाइन सट्टा का संचालन करने वाले पिता-पुत्र गिरफ्तार

प्रकरण में अब तक 6 आरोपियों को किया जा चुका है गिरफ्तार
रायपुर। गजानंद एप से ऑनलाइन सट्टा का संचालन करने वाले मुख्य संचालक नंदलाल लालवानी एवं गोविंद लालवानी को गिरफ्तार किया गया। सटोरिेयें रिश्ते में पिता- पुत्र हैं। ऑनलाइन सट्टा के पैसों के लेन-देन में उपयोग में लाए गए 600 से अधिक बैंक खाताओं को फ्रीज कराया गया।
सटोरियों के कब्जे 3 मोबाइल फोन एवं 2 आधार कार्ड जब्त किया गया है। सटोरियों के खिलाफ थाना तिल्दा नेवरा में धारा 4(क) जुआ एक्ट, छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम 2022 की धारा 07, 318(4), 338, 336(3), 340(2), 61(2) बीएनएस का अपराध दर्ज किया गया है।
पुलिस के मुताबिक प्रकरण में पूर्व में 4 सटोरियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 7 नग मोबाइल फोन एवं नगदी रकम जुमला कीमती लगभग 1,20,000 रुपए का जब्त किया जा चुका है। गिरफ्तार सटोरियों से पूछताछ एवं तकनीकी विशलेषण में सटोरियों की संलिप्तता पाए जाने पर गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार आरोपी नंदलाल लालवानी उर्फ 57 साल निवासी वार्ड 3 एसबीआई बैंक के सामने थाना तिल्दा नेवरा और गोविंद लालवानी पिता नंदलाल लालवानी उम्र 27 साल है।
2 अप्रैल को एण्टी क्राइम एंड साइबर यूनिट तथा थाना तिल्दा नेवरा पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा थाना तिल्दा नेवरा क्षेत्रांतर्गत वार्ड नं. 6 स्थित एक मकान में गजानंद एप से ऑन-लाइन सट्टा संचालित करते आरोपी हर्ष पंजवानी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 4 नग मोबाइल फोन तथा नगदी रकम जुमला कीमती लगभग 60,000 रूपये तथा विभिन्न कम्पनी के चेकबुक, पासबुक एवं ए.टी.एम. कार्ड एवं सट्टा के पैसों का हिसाब- किताब जप्तकिया गया है।
गिरफ्तार आरोपी हर्ष पंजवानी से गजानंद एप के माध्यम से ऑनलाइन सट्टा संचालित करने वाले अन्य आरोपी के संबंध में पूछताछ कर प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर 9 अप्रैल को प्रकरण में आरोपी खूबीराम पटेल, सोनू ऊर्फ शिवा सेन, शैलेन्द्र सिंह ऊर्फ सोनू को गिरफ्तार कर कब्जे से 3 नग मोबाइल फोन जुमला कीमती लगभग 60,000 रुपए जप्त किया जाकर सभी आरोपियों के खिलाफ थाना तिल्दा नेवरा में धारा 4(क) जुआ एक्ट एवं छ0ग0 जुआ प्रतिषेध अधिनियम 2022 की धारा 7, 318(4), 338, 336(3), 340(2), 61(2) बी.एन.एस का अपराध पंजीबद्ध किया गया है।
प्रकरण के विवेचनाक्रम में पाया गया कि नंदलाल लालवानी द्वारा विभिन्न व्यक्तियों के आधार कार्ड को अपने पास रखकर उससे फर्जी मोबाईल नम्बर प्राप्त कर उसका उपयोग Gajanand app के संचालन के लिए किया गया है। साथ ही जब्त मोबाइल फोन के तकनीकी विशलेषण में गोविंद लालवानी की भी संलिप्तता पाई गई। जिस पर नंदलाल लालवानी एवं गोविंद लालवानी को पकड़कर घटना के संबंध में पूछताछ करने पर उसके द्वारा उक्त घटना को स्वीकार किया गया।