एक साल में 52 जासूसी सैटलाइट बनवाएगा ISRO, राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर भारत का बड़ा कदम
ISRO will build 52 spy satellites in a year

नई दिल्ली। राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए भारत ने एक साहसिक कदम उठाया है। महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष आधारित निगरानी सी (एसबीएस-3) कार्यक्रम के तहत 52 जासूसी उपग्रहों की तैनाती की समयसीमा को 4 साल से घटा कर 1 साल kar दिया गया है।
अक्टूबर 2024 में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी द्वारा स्वीकृत इस 22500 करोड़ रुपये की परियोजना का उद्देश्य भारत की सीमाओं, विशेष रूप से पाकिस्तान की गतिविधियों की निगरानी को बढ़ाना और बाढ़ व भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं के दौरान महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करना है।
एसबीएस-3 कार्यक्रम भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और निजी उद्योगों के बीच सहयोग का एक शानदार उदाहरण है। इसरो 21 उपग्रहों का विकास करेगा। शेष 31 उपग्रहों के निर्माण का जिम्मा तीन निजी कंपनियों अनंत टेक्नोलॉजीज, सेंटम इलेक्ट्रॉनिक्स और अल्फा डिज़ाइन को सौंपा गया है।