बॉर्डर पर गश्त लगा रहे थे जवान, जमीन के अंदर से आई आवाज, खोदने पर निकला करोड़ों का 'खजाना'

नई दिल्ली। भारत-बांग्लादेश के बीच रिश्तों में लगातार खटास बढ़ती जा रही है। पिछले साल बांग्लादेश की तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना ने देश छोड़ कर भारत में शरण लिया था। बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस के अंतरिम सरकार बनी। तब से भारत के साथ रिश्तों में तल्खियां बढ़ी हुई हैं। वहां, अल्पसंख्यकों के खिलाफ लगातार अत्याचार हो रहा है। वहीं, बांग्लादेशी नागरिकों की भारत में अवैध प्रवेश चिंता की विषय बनी हुई है। तस्कर भारत से भी मवेशी के साथ सामानों की तस्करी करते रहते हैं। भारत अवैध प्रवेश और तस्करी को रोकने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसी क्रम में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को सीमा पर जमीन के अंदर तीन बंकर मिला है। सेना के जवान को ये बंकर बगीचे से मिले हैं। ये ऑपरेशन बीएसएफ दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने भारत-बांग्लादेश के पास नदिया जिले के पास चलाया। जवानों ने किशनगंज पुलिस स्टेशन के अंतर्गत मझदिया शहर के नागहाटा इलाके में तीन छिपे हुए भूमिगत बंकरों का पता लगाया है।
भारत-बांग्लादेश में बढ़े टेंशन के बीच बीएसएफ बॉर्डर पर पेट्रोलिंग बढ़ा दी है। भारतीय सेना बॉर्डर पर बाड़ लगाने की काम कर रही थी। बांग्लादेश सीमा सुरक्षा बल (बीजीबी) इसका विरोध करने लगी। बीजीबी ने भारत पर भारत-बांग्लादेश द्विपक्षीय समझौता के उल्लंधन का आरोप लगाया। लेकिन, उसके मंसूबों पर शक तक होने लगता है, जब सीमा पर स्थित नादिया जिले के एक गांव से एक नहीं…. एक साथ तीन बंकर मिलते हैं। ये बंकर भारत के जवानों को चकमा देने और तस्करी के उद्देश्य से बनाए गए थे। हालांकि, जवानों ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया और इलाके में सर्च अभियान शुरू कर दिया है। इन बंकरों से फेंसेडिल कफ सिरप की 62,200 बोतलें भी बरामद की गईं हैं इनका अनुमानित मूल्य 1.5 करोड़ रुपया बताया जा रहा है।
बीएसएफ ने एक गुप्त सूचना पर नादिया जिले के माजदिया गांव के एक बगीचे में सर्च ऑपरेशन चलाया। नादिया के माजदिया में बांग्लादेश की सीमा के पास जमीन के नीचे तीन बंकर मिलने से हड़कंप मच गया। बीएसएफ ने इन बंकरों के अंदर से प्रतिबंधित कफ सिरप की लाखों बोतलें बरामद कीं। शुक्रवार को ये तीनों बंकर बांग्लादेश की सीमा से लगे मजदिया में एक बगीचे के अंदर से बरामद किए गए। बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि माजदिया सुधिरंजन लाहिड़ी कॉलेज के पास एक बगीचे के अंदर से जमीन के नीचे ये तीनों बंकर बनाए गए थे।
सीमा रक्षकों का मानना है कि प्रतिबंधित कप सिरप की बोतलें बांग्लादेश में तस्करी के इरादे से लाई गई थीं लेकिन अब, चूंकि बीएसएफ ने भारत-बांग्लादेश सीमा पर निगरानी कड़ी कर दी है, इसलिए तस्करों के लिए इनकी तस्करी करना संभव नहीं है। शायद इसीलिए पेट भर कफ सिरप की बोतलें बंकरों में छिपा दी जाती हैं। बीएसएफ यह तलाश करने में जुट गई है कि क्या उस बगीचे या आसपास के इलाके में ऐसे कोई और गुप्त बंकर हैं इसके अलावा, पुलिस ने तस्करी गिरोह के उन सदस्यों की तलाश शुरू कर दी है जिन्होंने बंकर बनाया था या प्रतिबंधित सिरप लाए थे।