रायपुर में लाखों की अफीम बरामद,आरोपी गिरफ्तार

रायपुर में लाखों की अफीम बरामद,आरोपी गिरफ्तार

रायपुर। थाना सिविल लाइन क्षेत्रांतर्गत पंडरी एक्प्रेसवे के नीचे प्रतिबंधित मादक पदार्थ अफीम के साथ आरोपी को रंगे हाथ पकड़ा गया। थाना सिविल लाइन पुलिस टीम द्वारा कार्रवाई की गई । आरोपी मूलतः गुरदासपुर पंजाब का निवासी है। आरोपी के कब्जे से 2.106 किलोग्राम प्रतिबंधित मादक पदार्थ अफीम तथा घटना प्रयुक्त एक्टिवा वाहन जब्त किया गया। जब्त मशरूका की कुल कीमत है लगभग 32,13,340 रुपए है। आरोपी के खिलाफ थाना सिविल लाइन में अपराध क्रमांक 475/24 दर्ज कर धारा 18(बी) नारकोटिक एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है।

30 अगस्त को को सूचना प्राप्त हुई कि पंडरी एक्प्रेसवे के नीचे, काले रंग का पगड़ी पहने एक व्यक्ति एक्टीवा वाहन क्रमांक सीजी 04 पी.एस. 5109 में अवैध मादक पदार्थ अफीम रखा है तथा बेचने की फिराक में ग्राहक तलाश कर रहा है। जिस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर लखन पटले, नगर पुलिस अधीक्षक सिविल लाइन अनुराग झा द्वारा थाना प्रभारी सिविल लाइन को सूचना की तस्दीक कर आरोपी को अफीम के साथ रंगे हाथ पकड़ने निर्देशित किया गया। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में थाना सिविल लाईन पुलिस टीम द्वारा उक्त स्थान में जाकर रेड कार्रवाई कर मुखबिर द्वारा बताये हुए हुलिये के व्यक्ति को चिन्हांकित कर पकड़ा गया। पूछताछ करने पर अपना नाम कुलजिन्दर सिंह पिता सरदार चन्नन सिंह पता गुरदासपुर पंजाब का होना बताया। टीम के सदस्यों द्वारा तलाशी लेने पर उसके पास प्रतिबंधित मादक पदार्थ अफीम रखा होना पाया गया। जिस पर आरोपी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 2.106 किलोग्राम प्रतिबंधित मादक पदार्थ अफीम तथा घटना में प्रयुक्त एक्टिवा वाहन क्रमांक सीजी 04 पी.एस. 5109 जुमला कीमती लगभग 32,13,340/- रुपए जब्त कर आरोपी के खिलाफ थाना सिविल लाइन में अपराध क्रमांक 475/24 धारा 18(बी) नारकोटिक एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर आरोपी के खिलाफ अग्रिम कार्रवाई की गई।

गिरफ्तार आरोपी

कुलजिन्दर सिंह पिता सरदार चन्नन सिंह उम्र 49 साल पता ग्राम कल्लू सोहना, थाना कादिया, जिला गुरदासपुर पंजाब। हालपता गुरूद्वारा के पीछे, टावर वाला मकान श्यामनगर, थाना तेलीबांधा रायपुर

इन्होंने की कार्रवाई

उनि. नरसिंह साहू, सउनि. प्रमोद शुक्ला, प्र.आर. 283 टीकेमणी कुमार, आर. 2600 महेन्द्र वर्मा, आर. कमलेश सिंह राजपुत, आर. दीपक पटेल, आर. तोरण उपाध्याय एवं आर. मेघराज बैस की महत्वपूर्ण भूमिका रही।