गरियाबंद में शुक्रवार को भव्य कलश यात्रा से प्रारंभ होगा 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ

गरियाबंद में शुक्रवार को भव्य कलश यात्रा से प्रारंभ होगा 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ

गरियाबंद से विजय साहू की रिपोर्ट 
गरियाबंद। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में गरियाबंद जिला मुख्यालय के गांधी मैदान पर 3 से 6 जनवरी तक आयोजित होने वाले 108 कुंडीय गायत्री महायज्ञ शुक्रवार को भव्य कलश यात्रा के साथ प्रारंभ हो जाएगा। विकासखंड फिंगेश्वर, छुरा, गरियाबंद, मैनपुर और देवभोग के वरिष्ठ प्रकोष्ठ युवा प्रकोष्ठ एवं महिला प्रकोष्ठ के सभी परिजन इस कार्यक्रम के लिए भारी संख्या में पहुंच चुके हैं। इसी तारतम्य में गरियाबंद के यज्ञ आयोजन स्थल गांधी मैदान में भी स्वयंसेवकों के द्वारा कार्यक्रम के लिए आवश्यक स्थलों का निर्माण पूरा किया जा चुका है। 


यज्ञ स्थल में कुंडों के निर्माण के साथ-साथ भोजनालय एवं आवास आदि स्थलों का निर्माण किया जा चुका है।जानकारी देते हुए जिला समन्वयक  टीकम राम साहू संगठन समन्वयक रोमन चंद्राकर एवं कार्यक्रम के मीडिया प्रभारी पुरुषोत्तम यादव ने बताया कि कलश यात्रा के लिए कलशों का वितरण बहनों के द्वारा नगर के घरों घर किया जा चुका है जिसे माताएं बहनें सजाकर अपने सिर पर धारण करके कलश यात्रा में सम्मिलित होंगी।
कलश यात्रा में नारी शक्ति अभ्युदय को प्रदर्शित करती हुई कुंवारी कन्या देवी के रूप में घोड़े पर सवार होकर शंखनाद करती हुई कार्यक्रम का प्रतिनिधित्व करेगी।  शांतिकुंज हरिद्वार के संदेश के साथ बीच-बीच में छत्तीसगढ़ के विभिन्न सांस्कृतिक झांकियों के रूप में यादव शौर्य नृत्य, आदिवासी नृत्य, पंथी नृत्य, अष्ट प्रहरी कीर्तन आदि का कार्यक्रम चलता रहेगा।
कलश यात्रा नगर के मुख्य चौक चौराहों से होकर मुख्य मार्गो से होती हुई छिंद तालाब पहुंचेगी जहां पर गंगा मैया का आह्वान पूजन अर्चन कर कलश में धारण कर यज्ञ स्थल पर स्थापित किया जाएगा। इसके बाद शांतिकुंज से पधारे हुए ऋषि पुत्रों के द्वारा युग संदेश के साथ आरती पूजन के पश्चात् प्रथम दिवस का कार्यक्रम संपन्न हो जाएगा। द्वितीय दिवस दिनांक 4 जनवरी  को प्रातः 8:30 बजे से यज्ञ कार्य प्रारंभ हो जाएगा इसमें सम्मिलित होने के लिए भारतीय वेशभूषा को अनिवार्य किया गया है माताएं एवं बहनें साड़ी या सलवार सूट तथा भाई लोगों के लिए धोती अनिवार्य है।यज्ञ स्थल पर विद्यारंभ अन्नप्राशन मुंडन पुंसवन आदि संस्कार निशुल्क किए जाएंगे जिसके लिए गायत्री शक्तिपीठ गरियाबंद के कार्यालय में पूर्व से पंजीयन कराया जा सकता है।