चैनल इंडिया की खबर के बाद महानदी भवन में पदस्थ अफसर ने फोटो भेजकर लिखा... कब खत्म होगी कुम्हारी टोल प्लाजा की झंझट

चैनल इंडिया की खबर के बाद महानदी भवन में पदस्थ अफसर ने फोटो भेजकर लिखा... कब खत्म होगी कुम्हारी टोल प्लाजा की झंझट

रायपुर (चैनल इंडिया)। चैनल इंडिया में कुम्हारी टोल नाके में बेखौफ चल रही अवैध वसूली की खबर पढऩे के बाद रोज भिलाई से महानदी भवन आना-जाना करने वाले एक अफसर ने टोल नाके की तस्वीर भेजकर लिखा है...कब खत्म होगी कुम्हारी टोल प्लाजा की झंझट। यह तस्वीर और अफसर की पीड़ा इस बात का संकेत हैं कि कुम्हारी टोल नाके से जनमानस कितना परेशान हो चुकी है और चाहता है कि उसे तत्काल बंद कर दिया जाए परंतु रायपुर-दुर्ग के जनप्रतिनिधि चुप्पी साधे बैठे हैं। उन्हें आम लोगों की दिक्कत व तकलीफ से कोई वास्ता नहीं है।   दुर्ग-भिलाई से रोज रायपुर आने जाने वाले लोग कुमारी टोल प्लाजा से परेशान हो चुके हैं। हमेशा यहां जाम लगता है।

कुम्हारी टोल प्लाजा में नियम के खिलाफ  वसूली हो रही है। हालांकि दुर्ग से रायपुर आने जाने का टोल खर्च 20 है, लेकिन यहां पर लगने वाले जाम लोगों का 20 मिनट का वक्त खा जाता है। दुर्ग पासिंग गाडिय़ों के गुजरने के लिए अलग से संकरी लेन बना रखी है। सर्वाधिक कठिनाई यहीं होती है। टोल प्लाजा के कर्मचारी बेरिकेड्स लेकर वहां खड़े रहते है और गुजरने वाली सभी गाडिय़ों से पूछताछ करते हैं। ऐसे में रोजाना आने जाने वाले लोगों के लिए कुम्हारी टोल प्लाजा बड़ा झंझट बन चुका है।  जनमानस की इसी परेशानी को चैनल इंडिया ने प्रमुखता से प्रकाशित किया, जिसके बाद महानदी भवन में पदस्थ द्वितीय श्रेणी  के एक अधिकारी ने टोल नाके की एक तस्वीर खींची। यह अधिकारी रोज भिलाई से महानदी भवन आना-जाना करता है। तस्वीर के साथ उसने लिखा कि कुम्हारी टोल प्लाज़ा का आज करीब 11.30 सुबह का दृश्य है। जब भी गुजरता हूं, कमोबेस ऐसे ही जाम देखने को मिलता है। ऊपर से फास्टैग में अग्रिम रुपए डालकर रखो अन्यथा वसूली दुगुनी। ताज्जुब इस बात पर है, हमारे जनप्रतिनिधि खामोश क्यो है? संदेह पैदा होता है।  उन्होंने लिखा है कि कुम्हारी का टोल प्लाजा अब प्रासंगिक नहीं रह गया है। तेज रफ्तार के इस युग में दुर्ग और रायपुर संभाग की ठीक सीमा पर स्थित कुम्हारी टोल प्लाजा की अव्यवस्था पिछड़ेपन की दास्तां कहता है। वैसे भी रायपुर से दुर्ग के बीच का मार्ग बहुत बेहतर नहीं रह गया है। ऐसे में दुर्ग से रायपुर तेज रफ्तार आवागमन की सुविधा होनी चाहिए। हर दिन हजारों लोग यहां से गुजरते हैं। लोगों को जगह-जगह रोककर परेशान नहीं किया जाना चाहिए। विकसित छत्तीसगढ़ में व्यवस्थाएं भी विकसित होनी चाहिए । इसलिए ऐसे टोल प्लाजा को हटाने की राजनीतिक पहल करनी चाहिए।