पूर्व मंत्री लखमा के साथ करीबियों के ठिकानों पर ईओडब्ल्यू की छापेमारी

पूर्व मंत्री लखमा के साथ करीबियों के ठिकानों पर ईओडब्ल्यू की छापेमारी

सुकमा, तोंगपाल, जगदलपुर और दंतेवाड़ा में छापे
रायपुर/सुकमा (चैनल इंडिया)। शनिवार की सुबह ईओडब्ल्यू-एसीबी की टीमों ने कई ठिकानों पर छापा मारा है। पूर्व मंत्री कवासी लखमा से जुड़े लोगों के यहाँ तलाशी ली जा रही है। 
 जानकारी के मुताबिक शराब घोटाला मामले को लेकर ईओडब्ल्यू-एसीबी की टीम ने शनिवार सुबह पांच जिलों सुकमा, जगदलपुर, दंतेवाड़ा, अंबिकापुर और रायपुर में एक साथ छापेमारी की हैं। 15 से ज्यादा ठिकानों पर कार्रवाई चल रही है। पूर्व मंत्री कवासी लखमा के करीबी कांग्रेस नेता राजकुमार तामो के घर भी टीम जांच कर रही है। राजकुमार तामो के दंतेवाड़ा स्थित घर पर तलाशी ली जा रही है। सुकमा जिले में चार जगहों पर छापेमारी हुई है। जिनके यहाँ रेड हुई है उनमे हार्डवेयर और पेट्रोल पंप कारोबारी भी शामिल है। टीम शराब घोटाला मामले से दस्तावेजों और लेन-देन की कई अहम जानकारियां खंगाल रही है। 

शराब घोटाले मामले में अबकी बार एसीबी-ईओडब्ल्यू ने पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और उनके करीबियों के ठिकानों पर दबिश दी है। सूत्रों के मुताबिक, बस्तर संभाग के सुकमा, तोंगपाल, जगदलपुर और दंतेवाड़ा में 13 और रायपुर में दो ठिकानों को मिलाकर कुल पंद्रह ठिकानों पर छापेमारी जारी है।
 पांच महीने पहले ईडी की टीम ने शराब घोटाले में कवासी के रायपुर के धमरपुरा स्थित बंगले के अलावा सुकमा जिले में हरीश कवासी और नगर पालिका अध्यक्ष राजू साहू के घर पर भी दबिश दी थी। कांग्रेस सरकार में आबकारी मंत्री रहे कवासी लखमा के खिलाफ 2161 करोड़ के शराब घोटाले में एफआईआर दर्ज है। ईडी की रिपोर्ट में बतौर आबकारी मंत्री कवासी लखमा को हर महीने 50 लाख रुपए दिए जाने का जिक्र किया गया है। छत्तीसगढ़ में शराब और कोयला घोटाले मामले में ईडी ने दो पूर्व मंत्रियों, विधायकों सहित सौ लोगों के खिलाफ  नामजद एफआईआर दर्ज कराई थी। इनमें कांग्रेस सरकार में आबकारी मंत्री रहे कवासी लखमा, खाद्य मंत्री अमरजीत भगत, पूर्व विधायक यूडी मिंज, गुलाब कमरो, शिशुपाल का नाम शामिल हैं।