कलेक्टर ने की नगरीय प्रशासन विभाग के कार्यों की समीक्षा

कलेक्टर ने की नगरीय प्रशासन विभाग के कार्यों की समीक्षा

दंतेवाड़ा से राजू शर्मा की रिपोर्ट 

निर्माणकार्यों को गुणवत्ता पूर्ण ढंग से करें : कलेक्टर दुदावत

दंतेवाड़ा। संयुक्त जिला कार्यालय में आज एक अहम समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता कलेक्टर कुणाल दुदावत ने की। बैठक में दंतेवाड़ा, बारसूर, बचेली, किरंदुल एवं गीदम के नगरीय निकायों के मुख्य नगर पालिका अधिकारियों एवं अभियंताओं की उपस्थिति रही। कलेक्टर ने नगरीय प्रशासन के तहत चल रहे विभिन्न कार्यों की समीक्षा करते हुए कई महत्त्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए।

हरियाली को मिलेगा बढ़ावा – “एक पेड़ माँ के नाम 2.0” अभियान

बैठक की शुरुआत शहरी क्षेत्रों में वृक्षारोपण की योजना से हुई। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि स्कूलों, आंगनबाड़ियों, खेल मैदानों, सड़क किनारे, सर्किट हाउस व अन्य उपयुक्त स्थलों पर वृक्षारोपण के लिए स्थान चिन्हित कर पौधे लगाए जाएं। उन्होंने स्पष्ट किया कि “एक पेड़ माँ के नाम 2.0” अभियान को पूरी गंभीरता से लागू किया जाए और इसमें जनप्रतिनिधियों, नगर के वरिष्ठ नागरिकों एवं आम नागरिकों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जाए।

मानसून से पहले स्वास्थ्य और स्वच्छता की तैयारी

कलेक्टर दुदावत ने मानसून पूर्व तैयारियों को लेकर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी नगरीय निकाय अपने-अपने क्षेत्रों में स्थित हेडपंप, बोरवेल, पानी टंकी और फिल्टर प्लांट में समय रहते क्लोरीन (कोलोसीन) की दवा का प्रयोग करें ताकि जलजनित बीमारियों, विशेषकर डायरिया, की आशंका को रोका जा सके। साथ ही, आमजन को स्वच्छता बनाए रखने और उबला हुआ पानी पीने के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए गए।
कलेक्टर ने बाढ़ जैसी आपदा के लिए पूरी तैयारी करने को कहा। उन्होंने प्रत्येक नगरीय निकाय को एक कंट्रोल रूम स्थापित कर उसका संपर्क नंबर सार्वजनिक करने को निर्देशित किया, ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित सहायता पहुंचाई जा सके।मानसून से पहले शहर की स्ट्रीट लाइट व्यवस्था की जांच कर उसकी कार्यशीलता सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए। साथ ही उन्होंने डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, सड़कों और नालियों की नियमित सफाई, और कचरे के सुरक्षित निष्पादन के लिए शहर से बाहर अपशिष्ट स्थल की उपयुक्त व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वच्छता की जिम्मेदारी नगरीय निकाय अधिकारियों की प्राथमिक जवाबदेही है।सभी नगरीय निकायों में हर महीने श्रमदान कार्यक्रम आयोजित कर स्वच्छता एवं जनभागीदारी को बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने अधिकारियों से अपेक्षा की कि ये अभियान केवल औपचारिक न रहकर प्रभावी और सहभागी बनें।
बैठक में प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना, स्व-निधि योजना, बैंक लिंकेज कार्यों, राज्य और केंद्र सरकार द्वारा संचालित अधोसंरचनात्मक योजनाएं, 15वें वित्त आयोग और जिला खनिज न्यास निधि से चल रहे निर्माण कार्यों की भी विस्तार से समीक्षा की गई। कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निर्माण कार्यों की गुणवत्ता, समयबद्धता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बैठक में दंतेवाड़ा, गीदम, बारसूर, बचेली और किरंदुल के नगरीय निकायों के अधिकारी उपस्थित रहे और उन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की।