योग के घोष से गूंजा मां दंतेश्वरी का पवित्र प्रांगण,दंतेवाड़ा के मेंडका डोबरा मैदान में एक हजार लोगों ने किया एक साथ योगाभ्यास

योग के घोष से गूंजा मां दंतेश्वरी का पवित्र प्रांगण,दंतेवाड़ा के मेंडका डोबरा मैदान में एक हजार लोगों ने किया एक साथ योगाभ्यास

दंतेवाड़ा से राजू शर्मा की रिपोर्ट
 
दंतेवाड़ा। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर दंतेवाड़ा जिले में विभिन्न स्थानों पर सामूहिक योग प्रदर्शन किया गया, मुख्य कार्यक्रम मॉ दंतेश्वरी के पवित्र प्रांगण मेंडका डोबरा मैदान में आयोजित किया गया। यहां मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित स्थानीय विधायक चैतराम अटामी के साथ हजारों के संख्या में योग साधकों ने योगाभ्यास किया। यहां जब एक हजार लोगों ने ऊँ के उद्घोष के साथ योग किया तो नजारा देखने लायक था। योग की आसान संक्रियाओं को करने के साथ ही लोगों ने योग के महत्व भी जाना। इस दौरान योग गुरु लोगों के योग के साथ ही यौगिक साधनाओं के महत्व के बारे में बता रहे थे। यह योग का सम्मान था, भारत की प्राचीन समृद्व संस्कृति का सम्मान था। यह खास अवसर इतना गौरवशाली था कि योग करने वाले अपने जड़ों से जुड़ा महसूस कर रहे थे। 
इस मौके पर मुख्य अतिथि विधायक अटामी ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की सभी को शुभकामनाएं दीं और कहा कि योग भारतीय संस्कृति की अमूल्य धरोहर है, जिसे पूरी दुनिया ने अपनाया है। उन्होंने कहा कि योग सिर्फ एक शारीरिक अभ्यास नहीं, बल्कि यह शरीर, मन और आत्मा को संतुलित करने की एक संपूर्ण जीवनशैली है। योग नियमित रूप से करने से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर होता है, बल्कि मानसिक तनाव भी कम होता है और आत्मिक शांति की प्राप्ति होती है। योग को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाएं और इसे केवल एक दिन की गतिविधि न मानें, बल्कि इसे निरंतर अपनाकर स्वस्थ और सकारात्मक जीवन की ओर कदम बढ़ाएं। उन्होंने यह भी कहा कि योग के माध्यम से हम न केवल स्वयं को स्वस्थ रख सकते हैं, बल्कि समाज में भी एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर सकते हैं।”

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के शुभ अवसर पर कलेक्टर कुणाल दुदावत ने योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज संपूर्ण विश्व में योग कार्यक्रमों का आयोजन बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ किया जा रहा है। यह दिन केवल एक आयोजन भर नहीं है, बल्कि यह हमें अपनी प्राचीन सांस्कृतिक विरासत और जीवनशैली की ओर लौटने की प्रेरणा देता है।

कलेक्टर दुदावत ने कहा कि शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य का संतुलन भी एक स्वस्थ जीवन की आधारशिला है। आज की तेज रफ्तार और तनावपूर्ण जीवनशैली में योग ही एक ऐसा माध्यम है, जो शरीर, मन और आत्मा को एक सूत्र में बाँधता है। योग केवल व्यायाम या आसनों का प्रदर्शन नहीं है, बल्कि यह एक समग्र जीवन दर्शन है, जो अनुशासन, संयम और संतुलन सिखाता है।

उन्होंने सभी नागरिकों से आग्रह किया कि योग को केवल एक दिन के कार्यक्रम या प्रदर्शन के रूप में न अपनाएं, बल्कि इसे प्रतिदिन के जीवन में एक नियमित अभ्यास के रूप में शामिल करें। उन्होंने यह भी कहा कि योग न केवल रोगों से लड़ने में सहायक है, बल्कि यह जीवन में सकारात्मकता, ऊर्जा और शांति लाने का सशक्त माध्यम भी है। श्री दुदावत ने जिले वासियों से अपील करते हुए कहा कि हम सब मिलकर यह संकल्प लें कि योग को अपनी दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा बनाएँगे और एक स्वस्थ, सशक्त और मानसिक रूप से संतुलित समाज की दिशा में आगे बढ़ेंगे। 

इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष नंदनाल मुड़ामी, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती पायल गुप्ता, पुलिस अधीक्षक श्री गौरव राय, जिला पंचायत सीईओ श्री जयंत नाहटा,डीएफओ श्री सागर जाधव, अपर कलेक्टर श्री राजेश पात्रे सहित अन्य जनप्रतिनिधि पंचायत पदाधिकारी और अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

इस दौरान योग प्रशिक्षक डॉक्टर भारती रजक,डॉक्टर संतोष कुमार बर्मन, मंजू सिगची ने प्रार्थना, शिथिलीकरण अभ्यास, ग्रीवा चालन, स्कंध संचालन, कटि चालन, घुटना संचालन, ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अर्ध चक्रासन, त्रिकोणासन, भद्रासन, अर्ध उष्ट्रासन, उष्ट्रासन, शशकासन,  उत्तान मंडूकासन, वक्रासन, मकरासन, भुजंगासन, शलभासन, सेतुबंधासन, उत्तानपादासन, अर्ध हलासन, पवन मुक्तासन, शवासन, कपालभाति, नाड़ी शोधन अथवा अनुलोम विलोम प्राणायाम, शीतली प्राणायाम, भ्रामरी प्राणायाम एवं ध्यान का अभ्यास कराया। इसके साथ ही योगाभ्यास के पश्चात अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों ने मेंढका ढोबरा परिसर में एक वृक्ष मां के अभियान के तहत पौधा रोपण किया।