भारत के इस शहर में प्याज है बैन, न खेतों में उगता है और न ही बाजार में मिलता है, क्या है वजह

नई दिल्ली। प्याज एक ऐसी सब्जी है, जिसका इस्तेमाल ज्यादातर खानों में किया जाता है। प्याज के बिना खाना अधूरा लगता है। लेकिन भारत के एक शहर में प्याज पूरी तरह से बैन है। यहां पर न तो प्याज की खेती होती है और न ही बेची जाती है। सबसे बड़ी बात यह है कि होटल और रेस्टोरेंट में भी प्याज से बनी कोई डिश नहीं बेची जाती है। देश के इस अनोखे शहर का नाम कटरा है, जो जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में स्थित है। यहां से ही माता वैष्णो देवी की यात्रा की शुरुआत होती है। लाखों श्रद्धालुओं के लिए कटरा एक धार्मिक केंद्र है। यहां की पवित्रता और धार्मिक वातावरण को बनाए रखने के लिए सरकार ने यहां पर प्याज और लहसुन के इस्तेमाल पर पूरी तरह से रोक लगा रखी है। हिंदू धर्म में प्याज और लहसुन को तामसिक भोजन माना जाता है। इस भोजन से शरीर में आलस्य, क्रोध और अन्य विकार बढ़ते हैं। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, पूजा-पाठ और व्रत के दौरान तामसिक भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए। कटरा माता वैष्णो देवी के मंदिर के मुख्य रास्ते पर स्थित है, जिसकी वजह से यह पूरी तरह सात्विक और शुद्ध वातावरण वाला स्थान माना जाता है। कटरा में प्याज से जुड़ी कोई दुकान नहीं है। यहां पर दुकानों पर प्याज की बिक्री भी नहीं होती है और न ही सब्जी मंडियों में यहां लाई जाती है। होटल और ढाबों में भी खानों में प्याज-लहसुन का इस्तेमाल नहीं होता है। स्थानीय लोगों और सरकार दोनों का इस परंपरा को जारी रखने में बड़ा योगदान है। प्रशासन प्याज की बिक्री या खपत न हो इसको सुनिश्चित किया है। स्थानीय निवासी भी इस नियम का पालन करते हैं। कोई प्याज की मांग करता है, तो दुकानदार विनम्रता से मना कर देते हैं और सात्विक विकल्प सुझाते हैं। भारत में कटरा एकलौता शहर है, जहां प्याज पर प्रतिबंध है। कटरा माता वैष्णो देवी का प्रवेश द्वार है। इसके साथ ही यहां एक ऐसी मिसाल भी है, जहां आस्था और अनुशासन का अनोखा संगम देखने को मिलता है।