गरियाबंद में धूमधाम से मनाई गई ईद, ईदगाह में नमाज अदा कर दी गई एक-दूसरे को मुबारकबाद

गरियाबंद में धूमधाम से मनाई गई ईद, ईदगाह में नमाज अदा कर दी गई एक-दूसरे को मुबारकबाद

त्योहार बना भाईचारे और सेवा का प्रतीक

गरियाबंद से विजय साहू की रिपोर्ट 

गरियाबंद। ईद उल अजहा बकरीद का त्योहार गरियाबंद में पूरी आस्था और भाईचारे के साथ मनाया गया। ईदगाह भाटा मैदान में नमाज अदा की गई। नमाज मौलाना पेश इमाम द्वारा अदा कराई गई जिसमें गरियाबंद सहित आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल हुए। इस मौके पर विशेष नमाज के बाद लोगों ने एक-दूसरे को गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी और देश में अमन-चैन की दुआ की। नमाज के बाद कुर्बानी की प्रक्रिया शुरू हुई जो इस्लाम धर्म के अनुयायियों द्वारा हजरत इब्राहिम की कुर्बानी की याद में दी जाती है।

अमीन मेमन ने कहा बकरीद का त्योहार हमें त्याग और सच्ची भक्ति की मिसाल देता है। यह दिन हमें बताता है कि खुदा की राह में किसी भी तरह की कुर्बानी छोटी नहीं होती। हर साल हम इस दिन को आपसी सौहार्द और जरूरतमंदों की मदद के लिए मनाते हैं। स्थानीय युवा इमरान मेमन ने कहा हमारे लिए यह सिर्फ त्योहार नहीं बल्कि एक जिम्मेदारी का दिन होता है। कुर्बानी का गोश्त तीन हिस्सों में बांटा जाता है गरीबों, रिश्तेदारों और खुद के लिए ताकि समाज में बराबरी बनी रहे और सभी इस खुशी में शामिल हो सकें।

जमात के कार्यकारिणी सदस्य सोहेल मेमन ने कहा बकरीद केवल एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि इंसानियत, त्याग और सेवा की भावना को मजबूत करने का अवसर है। यह त्योहार हमें सिखाता है कि समाज में सभी को साथ लेकर चलना जरूरी है। कुर्बानी के पीछे जो भाव है वह है खुदा की रजा और जरूरतमंदों की मदद करना। हम हर साल यह प्रयास करते हैं कि कोई भी जरूरतमंद इस दिन खाली हाथ न रहे। समाज में सौहार्द और भाईचारा बनाए रखना हमारी सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।

ईद उल अजहा को बकरीद ईद उल जुहा, और ईद उल बकरा के नाम से भी जाना जाता है। इस पर्व पर मुस्लिम समाज के लोग जानवरों की कुर्बानी देकर अल्लाह की रजा हासिल करते हैं। कुर्बानी का मांस ज़रूरतमंदों में बांटने की परंपरा इस त्योहार को और भी सामाजिक रूप से महत्वपूर्ण बना देती है। गरियाबंद में भी बकरीद का त्योहार शांति, सद्भाव और धार्मिक भावनाओं के साथ मनाया गया। पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे, जिससे आयोजन शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ। मस्जिद बाजार चौक और ईदगाह मैदान में नमाज के दौरान सुरक्षा व्यवस्था की पूरी जिम्मेदारी थाना प्रभारी ओम प्रकाश यादव के नेतृत्व में निभाई गई। उन्होंने टीम के साथ मुस्तैदी से ड्यूटी संभाली और शांतिपूर्ण आयोजन सुनिश्चित किया। श्री यादव ने बताया कि त्योहार के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। हमारा प्रयास था कि लोग बिना किसी चिंता के अपने धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लें।