रायपुर उत्तर विधायक पुरंदर मिश्रा ने किया 75 लाख रुपये की लागत से प्रस्तावित नाली निर्माण योजना का भूमि पूजन

रायपुर उत्तर विधायक पुरंदर मिश्रा ने किया 75 लाख रुपये की लागत से प्रस्तावित नाली निर्माण योजना का भूमि पूजन
देवी अहिल्या बाई होलकर की 300वीं जयंती के पूर्व  विशेष आयोजन
रायपुर। देवी अहिल्या बाई होलकर की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में नगर निगम रायपुर के  जोन-2 अंतर्गत वार्ड क्रमांक 35 (हवलदार अब्दुल हमीद वार्ड) में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस गौरवशाली अवसर पर रायपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र के लोकप्रिय एवं कर्मठ विधायक पुरंदर मिश्रा ने क्षेत्रीय विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए 75 लाख रुपये की लागत से प्रस्तावित नाली निर्माण योजना का भूमि पूजन विधिवत रूप से सम्पन्न किया।

इस बहुप्रतीक्षित विकास योजना की अनुशंसा स्थानीय वार्ड पार्षद शेख मुशिद जी द्वारा की गई थी, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में वर्षों से चली आ रही जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान करना है। भूमि पूजन कार्यक्रम में अनेक जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति रही, जिनमें प्रमुख रूप से भाजपा जिला अध्यक्ष रमेश ठाकुर, नगर निगम सभापति सूर्यकांत राठौर, नगर निगम आयुक्त आर. के. डोंगरे, निगम अधिकारी, पार्षदगण, स्थानीय गणमान्य नागरिक एवं बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी उपस्थित थे।
इस अवसर पर विधायक मिश्रा ने निर्माण एजेंसी के ठेकेदार को कार्य की गुणवत्ता बनाए रखने के सख्त निर्देश देते हुए स्पष्ट कहा कि– “जनता का विश्वास हमारी सबसे बड़ी पूंजी है। विकास कार्यों में पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी भी स्तर पर लापरवाही पाई गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

उन्होंने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार और नगर निगम रायपुर समन्वय के साथ नागरिक सुविधाओं के उन्नयन हेतु निरंतर प्रयासरत है, और इस नाली निर्माण कार्य के पूर्ण होने से हवलदार अब्दुल हमीद वार्ड सहित आसपास के क्षेत्रों में बरसात के मौसम में होने वाली जलभराव की समस्या से स्थायी निजात मिलेगी।
स्थानीय नागरिकों ने भी विधायक मिश्रा और नगर निगम प्रशासन का आभार प्रकट करते हुए इस परियोजना का स्वागत किया और आशा जताई कि यह कार्य समय पर और गुणवत्ता के साथ पूर्ण होगा। नागरिकों ने यह विश्वास जताया कि जनप्रतिनिधियों की तत्परता और शासन की प्रतिबद्धता से क्षेत्र का चहुंमुखी विकास संभव होगा।