पूर्व विधायक संतोष बाफना ने मुख्यमंत्री साय को लिखा पत्र, गाय को राज्यमाता घोषित करने की मांग

पूर्व विधायक संतोष बाफना ने मुख्यमंत्री साय को लिखा पत्र, गाय को राज्यमाता घोषित करने की मांग

जगदलपुर से कृष्णा झा की रिपोर्ट

जगदलपुर। पूर्व विधायक संतोष बाफना ने राज्य के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखकर महाराष्ट्र सरकार की तर्ज पर छत्तीसगढ़ प्रदेश में भी गाय को राज्यमाता घोषित करने की मांग की है। बाफना ने कहा है कि, छत्तीसगढ़ प्रदेश में भी गाय के धार्मिक महत्व के साथ ही लंबे समय तक खेती और एक आबादी की आजीविका का आधार रही है और भारतीय संस्कृति व हिन्दू धर्म शास्त्रों के अुनसार गाय महज एक पशु नहीं बल्कि हमारे लिए आस्था भी है किन्तु वर्तमान समय में उसकी दुर्दशा भी किसी से छिपी नहीं है। हाल यह है कि, जो गाय दूध देने के काबिल नहीं रहती, उन्हें सड़कों पर खुला छोड़ दिया जाता है। नतीजन वे अक्सर दुर्घटनाओं का शिकार होती हैं।

 इसके अलावा गौ-वध जैसी घटनाएं भारतीय समाज की आस्था पर चोट करती हैं जो नहीं होनी चाहिए। इसके उपरांत भी प्रदेश में कहीं भी गायों के लिए कोई प्रावधान नहीं हैं जिसे हमारी संस्कृति एवं धर्मग्रंथों के अनुसार ‘‘गौमाता’’ की संज्ञा दी गई है।*

इसलिए छत्तीसगढ़ प्रदेश में भी गौवंश को बचाने उनके संरक्षण एवं संर्वधन के साथ ही महाराष्ट्र सरकार की तर्ज पर गौ-हिंसा को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की अति आवश्यकता है। और यह तभी संभव होगा जब छत्तीसगढ़ प्रदेश में भी गाय को ‘‘राज्यमाता’’ का दर्जा दिया जाए। एवं उनके चारे और स्वास्थ्य का भी ध्यान रखते हुए सब्सिडी योजना लागू की जाए।

 बाफना ने आगे कहा है कि, सरकार के इस फैसले से छत्तीसगढ़ में भी गौकशी और तस्करी पर लगाम लगाई जा सकती है जिससे गायों की सुरक्षा और सम्मान में भी वृद्धि होगी।

बता दें कि अभी हाल ही में महाराष्ट्र सरकार द्वारा वैदिक काल से भारतीय संस्कृति में गाय के महत्व एवं उसकी उपयोगिता को देखते हुए अपने राज्य में गाय को ‘‘राज्यमाता’’ का दर्जा देने एवं राज्य में स्थित समस्त गोशालाओं में गायों के भरण-पोषण के लिए 50 रुपए प्रतिदिन की दर से सब्सिडी योजना लागू करने का भी फैसला किया गया है।