गरीबों को हर महीने पांच किलो मुफ्त अनाज मिले, पीएम की योजना को लागू करने में जुटे दयालदास

जन्मदिन पर विशेष :
रायपुर। प्रदेश के खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग मंत्री दयालदास बघेल एक जुलाई को अपना जन्मदिन मना रहे हैं। बेमेतरा जिले की नवागढ़ विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी व वर्तमान मंत्री रुद्र कुमार गुरु को चुनाव हरा कर विधायक निर्वाचित हुए हैं। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की कैबिनेट में वे वरिष्ठ मंत्री हैं। इस समय वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2029 तक सभी गरीबों को मुफ्त पांच किलो अनाज देने की योजना को क्रियान्वित करने में लगे हुए हैं।
दयालदास बघेल को भाजपा ने नवागढ़ विधानसभा से अब तक कुल छह बार टिकट दिया है। वह पहली बार 1998 में भाजपा की टिकट से चुनाव मैदान में उतरे थे पर उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था। छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद पहले हुए 2003 के विधानसभा चुनाव में हुए पहली बार विधायक निर्वाचित हुए। वे मंत्री भी रह चुके हैं। दयालदास बघेल का जन्म एक जुलाई 1954 को अविभाजित दुर्ग जिले के (वर्तमान बेमेतरा जिले) के नवागढ़ ब्लॉक के ग्राम कुंरा में हुआ था। उनके पिता का नाम बसावन बघेल है। उनका विवाह अमला बघेल के साथ हुआ है। उनके दो पुत्र व चार पुत्रियां हैं। उनकी शैक्षणिक योग्यता दसवीं पास है। उनका व्यवसाय कृषि है।
दयालदास बघेल ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत अपने गांव के सरपंच के रूप में की थी। इसके बाद वे जिला पंचायत सदस्य जिला दुर्ग बने। वह प्रदेश प्रतिनिधि भाजपा भी रहे। इसके अलावा सदस्य जिला कार्यकारिणी भाजपा, सदस्य मंडल कार्यकारिणी भाजपा रहे। 2003 में दयालदास बघेल पहली बार विधायक निर्वाचित हुए इसके बाद 2008 एवं 2013 में दूसरी और तीसरी बार बने। 2004 में दयालदास बघेल सदस्य प्राक्कलन समिति, पुस्तकालय समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा रहे। 2008 में उपाध्यक्ष अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण रहे। 2009 में वे सदस्य शासकीय आश्वासनों संबंधी समिति, आचरण समिति, सदस्य सुविधा एवं सम्मान समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा रहें। वह मंत्री वाणिज्य एवं उद्योग छत्तीसगढ़ शासन भी रहे। 2014-15 में वे सभापति सदस्य सुविधा एवं सम्मान समिति सदस्य सामान्य प्रयोजन समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा रहे। 2015 में वे मंत्री सहकारिता, संस्कृति एवं पर्यटन छत्तीसगढ़ शासन का प्रभार उन्हें मिला। 2018 के चुनाव में हार के बाद अब 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने उन्हें छठवीं बार टिकट दिया गया।