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Weather Report: दिल्ली, लखनऊ के बाद रांची…जनवरी में मार्च जैसा अहसास क्यों?


जनवरी का महीना और पहले हफ्ते को आमतौर पर साल का सबसे ठंडे दिन कहा जाता है लेकिन इस बार नई दिल्ली समेत उत्तर भारत के दूसरे इलाकों में मौसम में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। साल का पहला दिन जहां 1 डिग्री की ठंड के साथ ठिठुरता हुआ गुजरा, वहीं पहला हफ्ता बीतने के बाद न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी होने से लोगों को फरवरी-मार्च का अहसास होने लगा। लोग हाफ स्वेटर पहनकर निकलने लगे। दिल्ली में तो पिछले हफ्ते न्यूनतम तापमान 14.4 डिग्री सेल्सियस हो गया था तो वहीं झारखंड के रांची में पिछले 40 साल में न्यूनतम तापमान जनवरी महीने में 15 डिग्री से ऊपर चला गया। मौसम वैज्ञानिकों ने इसके पीछे ग्लोबल वॉर्मिंग और पश्चिमी विक्षोभ को कारण बताया है।
रांची में 40 साल में पहली बार जनवरी हुई इतनी ‘गर्म’आमतौर पर जनवरी को बेहद सर्द महीना माना जाता है। कई बार तो मकर संक्रांति और गणतंत्र दिवस तक ठिठुरते हुए बीतता है लेकिन इस बार हालात अलग हैं। क्लाइमेंट चेंज और पश्चिमी विक्षोभ के कारण रांची के मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। यहां पिछले 40 साल में पहली बार न्यूनतम तापमान 15 डिग्री से ऊपर चला गया। पिछले दो दिनों से तो शहर का न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस हो गया है। मौसम वैज्ञानिकों ने 12 जनवरी के बाद न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज किए जाने की संभावना जताई है।
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पिछले हफ्ते बढ़ा तापमान, अब शीतलहर की चपेट में दिल्ली
दिल्ली-एनसीआर में पिछले कई दिनों से हो रही बारिश से रविवार को थोड़ी राहत मिली। रविवार को मौसम साफ रहा और दिन में धूप के साथ शीत लहर भी रही जिससे रविवार का दिन बाकी दिनों की अपेक्षा ज्यादा ठंडा रहा। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, सोमवार से पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तरी राजस्थान के अलग-अलग इलाकों में शीत लहर की स्थिति फिर से शुरू होने की संभावना है।
अगले तीन दिनों में क्षेत्र में न्यूनतम तापमान में 3 से 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने की संभावना है। इससे पहले पिछले हफ्ते गुरुवार को दिल्ली के न्यूनतम तापमान में वृद्धि देखने को मिली थी और पारा 14.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था। बीते 4 सालों में जनवरी के दौरान दिल्ली में यह सबसे ऊंचा तापमान था।
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यूपी में धूप की तपिश के साथ शीतलहर की मार भी
इसी तरह यूपी में भी मौसम के नए-नए अंदाज देखने को मिल रहे हैं। शनिवार को बूंदाबांदी की स्थिति थी तो रविवार को तेज धूप दिखी। इस वजह से तापमान में 3 डिग्री सेल्सियस इजाफा हो गया। हवा की रफ्तार भी काफी तेज थी लेकिन धूप में इसका असर उतना नहीं रहा। कानपुर में रविवार को न्यूनतम तापमान 14.6 डिग्री दर्ज किया गया जबकि अधिकतम तापमान 24.2 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है जिससे शीतलहर चलने लगी है।
लखनऊ में बीते दस साल में सबसे गर्म दिन
इससे पहले लखनऊ में 5 जनवरी को पिछले 10 साल में सबसे अधिक गर्म दिन रहा जब अधिकतम तापमान 27.8 डिग्री तक जा पहुंचा था। यह तापमान सामान्य से 6.9 डिग्री अधिक था। न्यूनतम तापमान भी 15 डिग्री दर्ज किया गया जो कि सामान्य से 7.4 डिग्री अधिक था। मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ और क्लाइमेट चेंज के कारण मौसम में लगातार बदलाव देखने को मिल रहा है। इसी के चलते किसी दिन तेज धूप, कभी बारिश तो कभी शीतलहर का सामना करना पड़ रहा है।
वैज्ञानिकों ने बताया ग्लोबल वार्मिंग को वजह
मौसम एक्सपर्ट्स का कहना है कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण पूरी दुनिया में मौसम का मिजाज बदल रहा है। ठंड के मौसम में भी गर्मी का अहसास हो रहा है। यही नहीं समय से पहले बारिश भी हो रही। इससे बाढ़ और सूखा जैसी प्राकृतिक आपदा भी दस्तक दे सकती हैं। अब मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि उत्तर पश्चिम भारत में अगले तीन-चार दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट की संभावना है। इस वजह से पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में 11 से 13 जनवरी तक शीत लहर चल सकती है।
कश्मीर में जमी 5 इंच बर्फ
पहाड़ी इलाकों की बात करें तो कश्मीर में बर्फबारी का दौर अभी भी जा रही है। ऊंचे पहाड़ी इलाकों में 4 से 5 इंच तक बर्फ जमी हुई है। दक्षिण कश्मीर में कुलगाम में पांच इंच, अनंतनाग में तीन, शोपियां में तीन और पुलवामा में चार इंच बर्फबारी दर्ज की गई है।
