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सीईओ के दबाव में खत्म हुआ सर्व आदिवासी समाज का धरना, नाराज थे गांव के लोग : कौशल सिंह ठाकुर


गरियाबंद। तहसील छुरा के अन्तर्गत सर्व आदिवासी समाज व अनुसूचित जाति व जनजाति समाज तथा ब्लाक छुरा के सरपंच संघ की आवश्यक बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में सर्व आदिवासी समाज के जिलाध्यक्ष भरत दीवान, प्रदेश प्रतिनिधि नीलकंठ सिंह ठाकुर, संरक्षक छत्तर सिंह ठाकुर, उपाध्यक्ष अवध मरकाम, जिला प्रतिनिधि केशरी नोहर ध्रुव,फिरतु राम कंवर, मधु बाला रात्रे, एसटी व एसटी के जिलाध्यक्ष देवा मरकाम, ब्लाक अध्यक्ष देव सिंह रात्रे,जनपद सदस्य शशी मुखी नेताम, थानेश्वर कंवर,सरपंच संघ अध्यक्ष लेखराज ध्रुवा, कौशल ठाकुर के गाड़ा समाज जिला अध्यक्ष यशवंत बघेल, सलाहकार संतन ठाकुर ,मोहन ठाकुर,पुरन ठाकुर,गंगा राम नेता, शीतल ध्रुव, रुपनाथ बंजारे के उपस्थिति में बैठक किया गया।
बैठक में सर्व आदिवासी समाज के तहसील अध्यक्ष कौशल सिंह ठाकुर व सरपंच कोसमबुडा ने समाज को अवगत कराये बिना हड़ताल वापस लेने व समाज की लेटर पेड का दुरुपयोग करने के संबंध में समाज ने सवाल किया। जिस पर कौशल सिंह ठाकुर ने कहा कि मै भी सीईओ छुरा रुची शर्मा के दबाव मे धरना को समाप्त किया गया मै समाज से माँफी माँगता हू कहा। वही प्रभारी कार्यकारी सरपंच संघ के ब्लाक अध्यक्ष बिगेन्रद ठाकुर ने भी कहा कि हम सभी सरपंच पूर्णतः दबाव में थे। समाज ही को सर्वोपरी बताया। वही सरपंच संघ छुरा के अध्यक्ष लेखराज ध्रुवा ने कहा कि मुझे कोरोना जैसे बिमारी होने के कारण सरपंच संघ की हड़ताल में मै उनुपस्थित रहा। लेकिन हड़ताल जारी रहेगा। अभी स्थगित भर हुआ है, आगे भी बैठक कर हड़ताल जारी रहेगा
देवा मरकाम ने कहा कि हम सभी सरपंचो के साथ है।
देव सिंह रात्रे ने कहा कि कभी भी अपने ही भाई को साथ नही तो किसे, हम साथ देंगे कहा। जिला अध्यक्ष भरत दीवान ने कहा कि सभी सरपंच आदिवासी समाज के है किसी को भी निकाला जाना आदिवासी समाज को निकाला जाना है । फिरतु कंवर जिला प्रतिनिधि ने कहा कि हमारी समर्थन का क्या होगा जवाब देवे। वही जिला प्रतिनिधि केशरी नोहर ध्रुव ने कहा की मै भी सरपंच रही हू इस प्रकार से आन्दोलन का रुकना खेद जनक बताया।
इस मौके पर अघन सिंह ठाकुर,सरपंच गनेश ध्रुव,बाबू लाल, हेमलाल नेताम, हेमंत ठाकुर,पुनारद, तारणी, दशोदा, मंजु, शीतल, रुपनाथ, शाति बाई, मदन गोपाल, गोकुल, प्रीतम अशोक, उल्सी कंवर,
सहीत बडी़ संख्या में सर्व समाज व सर्व समाज के लोग मौजुद थे।
