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लॉकडाउन व सोशल डिस्टेंटिंग के मध्य अंकोरी सोसायटी प्रबंधक का ऋण आवेदन मंगाना क्या सही है ? कलेक्टर , एसडीएम व तहसीलदार को दी गई जानकारी


सरायपाली/महासमुंद | कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को रोकने के केंद्र व राज्य सरकारें काफी प्रयत्नशील है । इसी वजह से लॉक डाउन व सोशल डिस्टेंटिंग किया जा रहा है ताकि एक ही स्थान पर अधिक भीड़ एकत्र न हो सके । वही इसे ध्यान में रखते हुवे भीड़ को रोकने भी धारा 144 लगाई गई है । इसके बीच केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा ऐसे सभी आयोजनों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है जहां 5 से अधिक लोग एकत्र होते हो और ऐसे में प्राथमिक कृषि सहकारी समिति मर्यादित अंकोरी ( बसना विकासखंड ) द्वारा 9 अप्रेल को एक आदेश निकाला गया है जो केंद्र व राज्य सरकारों के आदेशों व प्रयासों की धज्जियां उड़ा देगा । इसकी जानकारी कलेक्टर , एसडीएम व तहसीलदार को दे दी गई है ।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार बसना विकासखंड के अंतर्गत प्राथमिक कृषि सहकारी मर्यादित समिति अंकोरी के समिति प्रबंधक द्वारा पत्र क्रमांक – अंकोरी / दिनांक 9/4/ 2020 के तहत समस्त कोटवारों व सरपंच को जारी किए गए पत्र ( जिसे मुनादी सूचना कहा गया है ) में कहा गया है कि खरीफ फसल वर्ष 2020 – 21 के लिए ऋण आवेदन पत्र बनाने हेतु मुनादी कराई जाय । तथा ऋण वितरण हेतु आवेदन पत्र बनाने के लिए कृषकों को 7 विभिन्न दस्तावेजो के साथ 13 अप्रेल से उपस्थित होने हेतु कहा गया है ।
समिति प्रबंधक सामिल प्रधान द्वारा आदेश तो पारित कर दिया पर इस आदेश के बाद समिति में किसानों की कितनी भीड़ हॉगी इसका अंदाज शायद समिति को नही है । लॉक डाउन के चलते किसान अभी फुर्सत में है । वही जिन 7 दस्तावेजो को मंगाया गया है उनकी फोटोकॉपी कहाँ व कैसे होगी । क्योकि लॉक डाउन के चलते कोई भी फोटोकापी की दुकाने नही खुलेंगी ऐसे में दस्तावेजो की फोटोकॉपी होना संभव नही होगा । वही खाली बैठे किसानों में दस्तावेजो के फोटोकापी कराने , सोसायटी में जमा करने की भागमभाग व दौड़ में लोग घर से मजबूरन बाहर निकलेंगे व सोसायटी में भीड़ एकत्र हॉगी जिससे लॉक डाउन व सोशल डिस्टेंटिंग का मकसद व उद्देश्य प्रभावित होगा ।
हो सके तो प्रशासन व विभाग को इस पर लॉक डाउन व सोशल डिस्टेंटिंग को ध्यान में रखते हुवे इस पर कुछ समय तक रोक लगानी चाहिए ।

