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आत्मसमर्पण के फैसले का दर्दनाक परिणाम,नक्सलियों ने पिता की गला रेत कर दी ह्त्या


छत्तीसगढ़|प्रदेश मे नक्सलियों ने खूनी खेल को जारी रखा है,इनके संगठन से जुडने से छूटने का सफर आसान नही होता|नक्सलियों के चंगुल से छूटकर आत्मसमर्पण करना एक आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली को महंगा पड़ गया|उसे पिता की जान से संगठन छोडने का कर्ज चुकाना पड़ा|बता दे नक्सलगढ़ दंतेवाड़ा में अपने एक साथी के सरेंडर करने के बाद नक्सलियों ने मंगलवार देर रात उसके बूढ़े पिता की गला रेतकर हत्या कर दी। सूचना मिलने पर जवानों ने शव बरामद कर लिया है।पिता की ह्त्या की खबर सुन आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली के होश ही उड़ा दिये|
पुरा मामला दांतेवाड़ा जिले के , मड़ गादम के बड़े गाटव गाँव का है जहा नक्सली जोगा कवासी ने एक जनवरी को सरेंडर कर दिया था। इसके बाद मंगलवार देर रात हथियारबंद नक्सली बड़ी संख्या में उसके गांव पहुंच गए। उस दौरान घर में उसके बूढ़े पिता लखमा कवासी थे। नक्सली उन्हें उठाकर ले गए। अगले दिन बुधवार सुबह गांव में ही उनका शव मिला। नक्सलियों ने गला रेतकर उनकी हत्या कर दी।
परिवार वालों को बना रहे निशाना
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के जीवन मे परेशानियाँ कम होने का नाम नही ले रहा|नक्सलियों द्वारा आय दिन जान से मारने की धमकियों व डर का सामना करना पड़ता है| नक्सलियों की कटेकल्याण एरिया कमेटी ने 10 फरवरी की सुबह पर्चा फेंककर सरेंडर करने वाले अपने साथियों को गद्दार बताया था। साथ ही जान से मारने की धमकी भी दी थी। बावजूद इसके दोपहर में 13 नक्सलियों ने सरेंडर किया था। प्रशासन के लोन वर्राटू (घर वापस आइए) अभियान के तहत पिछले 8 माह में 310 नक्सली सरेंडर कर चुके हैं। इनमें 77 इनामी नक्सली भी शामिल हैं।
