बड़े धूमधाम से मनाया गया भारत का संविधान दिवस
रायपुर। 15 अगस्त 1947 भारत देश आजादी के बाद सन 26 नवंबर 1949 को भारत देश में संविधान पारित किया गया था जो भारत देश का प्रभुत्व-संपन्न, समाजवादी, धर्म निरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए तथा उसके समस्त नागरिकों को एकता, राष्ट्र कि अखंडता और समानता का प्रतीक है। भारत का संविधान जो एतिहासिक दिन था आज वहीं दिन है और हम इस दिन को कैसे भूल सकते है जो सभी के लिए समानता का अधिकार दिया है। सर्व प्रथम महिलाओं को अधिकार मिला, साथ ही अनुसूचित जाति वर्ग एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के साथ पिछड़ा वर्ग अल्पसंख्यक आदि सभी वर्ग के लोगों को भारत का संविधान बना कर उज्जवल भविष्य बनाना एवं शिक्षा,रोजगार,राजनीतिक न्याय, सामाजिक, आर्थिक, विचार, अभिव्यक्ति, निवास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर समानता प्राप्त हो सके एवं आदि शोषण को दूर कर सभी को भाई चारा एकता का संदेश दिया एवं एक विकसित भारत निर्माण हो सके जहाँ सभी महिलाओं एवं शोषित वर्ग के लोगों के साथ आरक्षण में शामिल कर बराबरी का अधिकार प्राप्त हुआ साथ ही भारत देश संविधान के विधि नियम के अनुसार चलेगा फैसला लेते हुए अधिनियम को अंगीकृत अधिनियमित किया।
दिनांक 26.11.2024 को भारत के संविधान के 75 वी वर्ष हो चुके हैं, जिनका बड़े हर्ष के साथ जगदलपुर शहर के लाल बाग मैदान के समीप संविधान निर्माता डॉक्टर भीम राव अंबेडकर जी के स्मृति चिन्ह में सभी शहरवासी पहुँच कर भारत के संविधान पुस्तक एवं बाबा साहब के स्मृति चिह्न में फूल-माला चढ़ा कर मोमबत्तियां जलाई और संविधान की रक्षा हमारी सुरक्षा, जय संविधान जय भीम का नारा लगाए वहीं सभी समाज वर्ग के लोग मिलकर संविधान दिवस के अवसर पर संविधान की प्रस्तावना पढ़कर संविधान को याद किया एवं बड़े उत्साहपूर्ण मनाया गया।
वहीं संविधान दिवस एवं आज ही के दिन 6 वर्ष पूर्व हमारे परिसंघ के जिलाध्यक्ष सतीश वानखडे के सुपुत्री दिशा सतीश वानखडे का जन्म हुआ है इसलिए आज संविधान दिवस एवं बिटिया रानी का भी जन्मदिन का केक काट कर एक साथ मनाया गया एवं उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए बिटिया रानी दिशा वानखडे को आशीर्वाद देते हुए इस पावन अवसर को मिलजुलकर मनाये एवं सभी देशवासियों को संविधान दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं भी दिया।
इस कार्यक्रम में उपस्थित सर्व अनुसूचित जाति समाज वर्ग के जिलाध्यक्ष विक्रम लहरे, अखिल भारतीय परिसंघ के जिलाध्यक्ष सतीश वानखडे, बौद्ध समाज के अध्यक्ष पी डी मेश्राम, भीम आर्मी अध्यक्ष प्रकाश आजाद, सतनामी समाज के भंडारी राजू कोशले, बाम सेफ प्रचारक मानकर, बी पी शोरी, एडवोकेट मनबोध बघेल, डी एस पी कामढे जी, सर्व अनुसूचित जाति वर्ग के जिला प्रवक्ता सुभाष मेश्राम, मुश्लिम समाज से मोहसिन खान, विजय बोरकर, कमलेश रामटेक, सह सचिव प्रदीप भारती, मोहन चंदेल, डॉक्टर रमेश खूँटे, डॉक्टर मनीष मेश्राम, पप्पू हरवंस, आदि महिलाएं-पुरुष, बच्चे भारी संख्या में शामिल हुए।