"रायगढ़ में बाबा साहेब अम्बेडकर की प्रतिमा पर कालिख पोतने वाले तत्वों पर देशद्रोह का दर्ज हो मुकदमा" - गनपत चौहान

"रायगढ़ में बाबा साहेब अम्बेडकर की प्रतिमा पर कालिख पोतने वाले तत्वों पर देशद्रोह का दर्ज हो मुकदमा" - गनपत चौहान

घरघोड़ा से गौरी शंकर गुप्ता 
घरघोड़ा। रायगढ़ मुख्यालय से सटे न्यायालय परिसर के समीप स्थित बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा पर कुछ अराजक तत्वों द्वारा कालिख पोतकर की गई अशोभनीय हरकत से पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैल गया है यह घटना ना केवल संविधान निर्माता बाबा साहेब का अपमान है बल्कि सामाजिक समरसता पर सीधा हमला भी है प्रतिमा पर कालिख पोते जाने की यह घटना एक सुनियोजित साजिश मानी जा रही है जिसका उद्देश्य समाज में वैमनस्यता फैलाना और समुदायों को भड़काना है |

बाबा साहेब अम्बेडकर की प्रतिमा के अपमान पर आक्रोश, आरोपियों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कराने की मांग
प्रख्यात समाजसेवी गनपत चौहान ने इस घटना की कड़े शब्दों में निन्दा करते हुए कहा कि यह कृत्य न केवल बाबासाहेब के प्रति घोर अपमान है बल्कि यह देशद्रोह की श्रेणी में आता है प्रशासन ऐसे तत्वों को गिरफ्तार कर उनके चेहरे बेनकाब करे और उन पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करे |

चौहान ने यह भी मांग की कि तीन महीनों के भीतर इस मामले में न्यायालय अपना निर्णय दे जिससे समाज में कानून का भय स्थापित हो | घटना की जानकारी मिलते ही चौहान समाज के वरिष्ठ प्रतिनिधियों में प्रमुख रूप से मोहन चौहान गंगाराम चौहान घासीराम चौहान करमसिंह चौहान अमरनाथ चौहान सिरोत्तम चौहान नोहर चौहान और सैकड़ों सामाजिक जनों ने एकजुट होकर इस कृत्य की कड़ी निन्दा की है उन्होंने राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन से तत्काल कड़ी कार्यवाही की मांग की है |

आंदोलन की चेतावनी
यदि जल्द कार्यवाही नहीं की गई तो समाज के लोगों ने रायगढ़ में बाबा साहेब के प्रतिमा स्थल पर धरना और प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है उनका कहना है कि यह सिर्फ एक व्यक्ति का अपमान नहीं बल्कि पूरे देश के संविधान और सामाजिक न्याय की भावना पर हमला है |

राज्य सरकार की संवैधानिक और नैतिक जिम्मेदारी
गनपत चौहान ने यह भी कहा कि यह घटना न केवल बाबासाहेब के आदर्शो और संविधान की गरिमा को ठेस पहुंचाती है बल्कि सामाजिक एकता के खिलाफ एक गंभीर षड्यंत्र की यह नैतिक और संवैधानिक जिम्मेदारी भी बनती है वह दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर समाज को न्याय प्रदान करें और ऐसे कृत्यों की पुनरावृत्ति को रोकने ठोस कदम उठायें !