दंतेवाड़ा जिला पंचायत सभाकक्ष में आयोजित हुई शिक्षा स्थायी समिति की समीक्षा बैठक

दंतेवाड़ा जिला पंचायत सभाकक्ष में आयोजित हुई शिक्षा स्थायी समिति की समीक्षा बैठक

दंतेवाड़ा से राजू शर्मा की रिपोर्ट

जिला शिक्षा के क्षेत्र में गुणवत्ता सुधार की दिशा में महत्वपूर्ण पहल: 

दंतेवाड़ा। जिला पंचायत सभाकक्ष में आज  शिक्षा स्थायी समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता समिति के सभापति अरविंद कुंजाम ने  किया । बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष नंदलाल मुड़ामी, सदस्य  जितेंद्र सोरी, ममता मंडावी, तिलेश्वरी नागेश, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष रमेश गावड़े सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं जिला शिक्षा अधिकारी, मिशन समन्वयक, विकासखंड शिक्षा अधिकारी, खंड स्रोत समन्वयक तथा अन्य शैक्षणिक अधिकारी उपस्थित रहे।

इस बैठक का मुख्य उद्देश्य जिले में शिक्षा की वर्तमान स्थिति की समीक्षा करना और आगामी योजनाओं की दिशा तय करना था। बैठक में मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना के अंतर्गत स्वीकृत कार्यों की प्रगति, जर्जर विद्यालय भवनों की मरम्मत एवं निर्माण, पोटाकेबिन स्कूलों में चल रहे कार्यों की स्थिति, विद्यालयों में छात्र-छात्राओं की नामांकन एवं उपस्थिति की समीक्षा, एकल शिक्षक और शिक्षकविहीन स्कूलों की स्थिति, छात्र-छात्राओं के लिए शौचालयों की व्यवस्था और बालिका आवासीय विद्यालयों में सुरक्षा व्यवस्था पर विस्तार से चर्चा की गई।

शिक्षा समिति के सभापति ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले की सभी शैक्षणिक संस्थाओं में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही पर संबंधित अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि सभी संकुल समन्वयक अनिवार्य रूप से अपनी शालाओं में दो कक्षाएं लें तथा उनके कार्यों के आधार पर हर वर्ष दो संकुल समन्वयकों को पुरस्कृत किया जाएगा।

बैठक में जनप्रतिनिधियों ने मध्यान्ह भोजन योजना की स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि कई स्थानों पर स्व-सहायता समूहों द्वारा निर्धारित मेनू एवं पर्याप्त मात्रा में भोजन उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। इस पर विशेष निगरानी रखने और व्यवस्था को दुरुस्त करने की आवश्यकता जताई गई।

अंत में जिला शिक्षा अधिकारी एवं समिति के सभापति ने सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारियों, खंड स्रोत समन्वयकों एवं संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि बैठक में लिए गए निर्णयों तथा जनप्रतिनिधियों द्वारा दिए गए सुझावों का गंभीरता से पालन सुनिश्चित करें।

बैठक को जिले में शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और पारदर्शिता लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है, जिससे आगामी समय में दंतेवाड़ा जिले के बच्चों को बेहतर शिक्षा व्यवस्था का लाभ मिलेगा।