नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति स्थापित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध: मोदी

जहां कभी लाल आतंक की सत्ता थी, वहां आज राष्ट्रध्वज की छाया: अमित शाह
नई दिल्ली/रायपुर (चैनल इंडिया)। नक्सल उन्मूलन अभियान को निर्णायक मोड़ पर ले जाते हुए छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर नक्सल विरोधी ऑपरेशन सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस ऐतिहासिक सफलता पर सुरक्षा बलों को बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने इस निर्णायक उपलब्धि को नक्सलमुक्त भारत की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम बताया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संदेश में कहा कि यह उपलब्धि दर्शाती है कि नक्सलवाद को जड़ से समाप्त करने के लिए चलाया जा रहा अभियान सही दिशा में आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति स्थापित करने और वहां के लोगों को विकास की मुख्यधारा से जोडऩे के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने आधिकारिक वक्तव्य में कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हम नक्सलवाद को जड़ से मिटाने के लिए संकल्पित हैं। मैं देशवासियों को पुन: विश्वास दिलाता हूं कि 31 मार्च 2026 तक भारत का नक्सलमुक्त होना तय है। उन्होंने कहा कि यह ऑपरेशन महज 21 दिनों में पूरा हुआ और इसमें सुरक्षा बलों का एक भी जवान शहीद नहीं हुआ, जो हमारी रणनीति, समन्वय और शौर्य का प्रमाण है। उन्होंने सीआरपीएफ, एसटीएफ और डीआरजी के जवानों को खराब मौसम और कठिन भूगोल के बावजूद दिखाए गए अदम्य साहस और अनुशासन के लिए बधाई दी। केंद्रीय मंत्री शाह ने यह भी कहा कि यह सफलता केवल एक सैन्य विजय नहीं, बल्कि एक मनोवैज्ञानिक और वैचारिक विजय भी है, जिसने नक्सल नेटवर्क की रीढ़ को हिला दिया है। देश और विशेषकर छत्तीसगढ़ की जनता को यह विश्वास दिलाता है कि नक्सलवाद अब अंतिम चरण में है। उन्होंने कहा कि जिस स्थान पर कभी लाल आतंक की सत्ता थी, वहां आज राष्ट्रध्वज की छाया में शांति, विकास और संविधान का शासन स्थापित हो चुका है। यह अभियान आने वाले समय में सुरक्षा बलों के लिए मॉडल ऑपरेशन के रूप में उदाहरण प्रस्तुत करेगा।
बस्तर में नई रोशनी फैलेगी: सीएम
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में 31 मार्च 2026 तक देश को नक्सलवाद से मुक्त करने के लिए हम दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि अब वह दिन दूर नहीं जब छत्तीसगढ़ पूरी तरह नक्सलमुक्त होगा और बस्तर के गांव-गांव में शांति, समृद्धि और विकास की नई रोशनी फैलेगी।
नक्सलियों ने बना रखी थी हथियार बनाने की फैक्ट्री और अस्तपाल
बुधवार को छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर के कर्रेगुट्टा पहाड़ पर चल रहे नक्सल ऑपरेशन को लेकर डीजीपी अरूण देव गौतम और जीपी सिंह ने इससे जुड़ी हर बात की जानकारी मीडिया को दी। डीजीपी ने बताया कि छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर के कर्रेगुट्टा के पहाड़ पर 24 दिनों तक चले ऑपरेशन में फोर्स ने 31 नक्सलियों को मार गिराया। इनमें 17 महिला नक्सली और 14 पुरुष नक्सली शामिल हैं। जवानों ने हथियार बनाने की 4 फैक्ट्रियां और नक्सल अस्पताल को ध्वस्त किया है। यहां हथियार बनाने की चार फैक्ट्रियां भी मिली हैं। नक्सल ठिकाने से गोला-बारूद और स्नाइपर बरामद किए गए हैं। नक्सलियों ने बड़े कैडर के इलाज के लिए किला बनाकर रखा था। अस्पताल बनाकर रखा था, उसे ध्वस्त किया गया है।
जवानों का हौसला बढ़ाने सीएम आज बीजापुर में
इस ऐतिहासिक सफलता को स्थायी बदलाव में बदलने के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज मौके पर पहुँचकर बहादुर जवानों से मुलाक़ात कर उनका मनोबल बढ़ाएंगे और आगे की रणनीतिक चर्चा करेंगे। मुख्यमंत्री आज बीजापुर और दंतेवाड़ा की सीमाओं पर स्थित गलगम के सीआरपीएफ कैंप पहुंच रहे हैं। शाम को बीजापुर में आयोजित समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री सुरक्षा अभियान की समीक्षा करेंगे। वे शिक्षा, स्वास्थ्य, सडक़, संचार और युवाओं के लिए रोजगार जैसे विकास कार्यों की भी गहराई से समीक्षा करेंगे।