"अगली चैत्र नवरात्रि तक बस्तर लाल आतंक से मुक्त, नक्सली हथियार छोडक़र हमारी शरण में आएंं" - गृहमंत्री अमित शाह
Naxalites

दंतेवाड़ा में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने फिर की अपील
हर गांव को नक्सल मुक्त कराने अभियान चलाएं
अगले साल से बस्तर पंडुम राष्ट्र स्तरीय
राष्ट्रपति उद्घाटन करने आएंगी
दंतेवाड़ा (चैनल इंडिया)। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज फिर से नक्सलियों के अपील की कि वे हथियार छोडक़र हमारी शरण में आ जाएं, विकास की मुख्य धारा से जुड़ जाएं, उनकी चिंता भाजपा की डबल इंजन की सरकार करेगी। उन्होंने कहा कि अगले साल चैत्र नवरात्रि तक बस्तर लाल आतंक से मुक्त हो जाएगा।
24 दिनों तक चले बस्तर पंडुम के समापोन समारोह को सम्बोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि कोई सरकार किसी को मारना नहीं चाहती है लेकिन विकास में बाधा डालने वालों के साथ सहानुभूति नहीं हो सकती है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय व गृहमंत्री विजय शर्मा यह ऐलान कर चुके हैं कि नक्सल मुक्त गांव के विकास के लिए एक करोड़ रुपए दिए जाएंगे इसलिए बस्तर के सभी ग्रामीणों से अनुरोध है कि वे अपने-अपने गांवों में रहने वाले मिलिशिया सदस्यों से समर्पण कराएं व एक करोड़ रुपए लेकर अपने गांव का विकास कराएं। सब चाहते हैं कि गांव में स्कूल हो, दवाखाना हो, सडक़, बिजली, पानी हो। हालांकि बीते एक साल में बस्तर में बदलाव हुआ है। अब यहां गोलियां या बम-धमाकों की आवाज सुनाई नहीं देती है। स्कूल जाने से डऱने वाले बच्चे अब कंप्यूटर के माध्यम से देश-दुनिया से जुड़ चुके हैं। परंतु अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है।
बस्तर पंडुम की सराहना करते हुए अमित शाह ने कहा कि अगले साल से इसका आकार बढ़ाया जाएगा। देशभर के राज्यों को प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। इतना ही नहीं इसको अंतरराष्ट्रीय स्तर तक ले जाने के लिए विभिन्न देशों के राजदूतों को बस्तर पंडुम में भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इसके उद्घाटन के लिए राष्ट्रपति को आमंत्रित करेगी। केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि बस्तर की बोली-भाषा, पहनावा-ओढ़ावा, खान-पान, संस्कृति केवल बस्तर की ही नहीं है। यह भारत का गहना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुसूचित जनजाति की अनेक विभूतियों को सम्मानित किया है, जिनमें वीर गुण्डाधुर और बिरसा मुण्डा भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी बस्तर को सबकुछ देना चाहते हैं। इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि अगले कुछ सालों में बस्तर बेहद सम्पन्न क्षेत्र बन जाएगा, जहां के जिलों के कलेक्टर, इंस्पेक्टर, बैरिस्टर निकलेंगे।
बस्तर में अब स्कूलों की घण्टियों की गूंज: सीएम
इस मौके पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि प्रदेश में डबल इंजन की सरकार पूरी तेजी के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के संकल्प के अनुरूप राज्य सरकार बस्तर को 31 मार्च 2026 तक नक्सल मुक्त करने की दिशा में काम कर रही है। यही वजह है कि आज बस्तर में गोलियों की जगह स्कूलों में घण्टियों आवाज सुनाई दे रही है। बस्तर में तैनात सुरक्षा जवान पूरे आत्म विश्वास के साथ अपने कर्तव्य का पालन कर रहे हैं और उन्हें कामयाबी भी मिल रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मां दंतेश्वरी के आशीर्वाद से बस्तर नक्सल मुक्त अवश्य होगा और यहां एक बार फिर देश-दुनिया के लोग आने लगेंगे। उन्होंने कहा कि बस्तर वासी भी नक्सलियों से मुक्ति चाहते हैं और वे भी विकास की मुख्य धारा में जुडऩा चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने बस्तर पंडुम की भी सराहना करते हुए कहा कि 45 दिनों तक चलने वाले इस आयोजन में 27 हजार से अधिक कलाकारों ने हिस्सा लिया।
मां दंतेश्वरी से लिया आशीर्वाद
बस्तर पंडुम में शामिल होने से पहले केंद्रीय मंत्री अमित शाह बस्तर की आराध्य देवी मां दंतेश्वरी के दरबार में पहुंचे। वहां उन्होंने महाष्टमी के मौके पर माईंजी की आराधना की।
विमानतल पर अमित शाह का स्वागत
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का गुरुवार की रात स्वामी विवेकानंद विमानतल पहुंचने पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आत्मीय स्वागत किया। अमित शाह का उपमुख्यमंत्री अरुण साव व विजय शर्मा, मंत्री ओपी चौधरी, रामविचार नेताम, केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक पुरंदर मिश्रा व विधायक अनुज शर्मा ने पुष्पगुच्छ भेंटकर स्वागत किया।
कारली एयर स्ट्रिप पर अगवानी
रायपुर से दंतेवाड़ा के कारली एयर स्ट्रिप पहुंचने पर आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बस्तर भाजपा के नेताओं और प्रशासनिक अफसरों ने स्वागत किया। पार्टी नेताओं के साथ बस्तर महाराज कमलचंद भंजदेव ने भी अमित शाह की अगवानी की।