मंकी पॉक्स को लेकर राज्यों में अलर्ट,सतर्क रहने की जरूरत, केंद्र की गाइडलाइन

मंकी पॉक्स को लेकर राज्यों में अलर्ट,सतर्क रहने की जरूरत, केंद्र की गाइडलाइन

मंकी पॉक्स को लेकर राज्यों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। फिलहाल  देश में मंकी पॉक्स की पुष्टि नहीं हुई है,लेकिन पड़ोसी मुल्क में रोगी मिलने के बाद केंद्र ने गाइडलाइन जारी कर दी है। म केंद्र की गाइडलाइन के मुताबिक अस्पतालों को अलर्ट कहा गया है। लक्षण के दिखने पर मंकी पॉक्स बीमारी के लिए जांच की जाएगी। सभी मेडिकल कालेजों, जिला अस्पतालों में आइसोलेशन बैड की सुविधा रखने के निर्देश दिए गए हैं। मंकी पॉक्स बीमारी से सम्बन्धित पर्याप्त तैयारी रखने कहा गया है।

मंकी पॉक्स एक वायरल जूनोटिक बीमारी है। इसे पहली बार 1958 में शोध के लिए रखे गए बंदरों में पहचाना गया था, इसलिए इसका नाम मंकी पॉक्स पड़ा। यह एक वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंता का विषय है, जो पश्चिम और मध्य अफ्रीका के देशों को ही प्रभावित नहीं करता है, बल्कि दुनिया के बाकी हिस्सों को भी प्रभावित करता है। हालांकि बीमारी के प्रभाव का सही अनुमान नहीं है। चिकित्सकों के अनुसार सूजी हुई लिम्फ नोड, बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द और कमजोरी आदि है तो यह संभवत मंकी पॉक्स भी हो सकता है। ऐसे में सतर्क रहने की जरूरत है।