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महाराष्ट्र से झारखंड जा रहे 10 टेक्सी ड्राइवरों को सरायपाली प्रशासन ने आइसोलेशन में सुरक्षित रखा, लॉक डाउन व राज्य व जिला सीमा सील की खुली पोल, शासन व प्रशासन की लापरवाही आई सामने!!


दिलीप गुप्ता की रिपोर्ट
सरायपाली(चैनल इंडिया) :— कोनोरा वायरस के देश मे बढ़ते प्रभाव को रोकने के उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा पूरे देश मे 14 अप्रेल तक लॉक डाउन घोषित किया गया है ताकि सड़क पर आवाजाही लोगो की कम हो जिससे सोशल डिस्टेन्ट ही कोरोना संक्रमण को रोकने का एकमात्र उपाय है । केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा भी सभी जिला अधिकारियों को इस नियम को सख्ती से पालन किये जाने का संख्त निर्देश दिया गया है । किंतु देखा जा रहा है कि प्रशासन के कोशिशों के बावजूद नगर व सीमा के अंदर बाहरी लोगों का आवागमन बना हुवा है ।जो कि निसन्देह चिंता का विषय के साथ ही प्रशासनिक लापरवाही भी कही जा सकती है । चिंता की बात यह है कि पूरे प्रदेश के साथ ही जिलों के सभी तरफ के सीमाओं को सील किये जाने के बावजूद महाराष्ट्र से इतनी दूर आखिर ये 10 ड्राइवर सरायपाली व ओडिशा सीमा तक पहुंच कैसे गए ।इतनी लंबी सीमा में क्या किसी भी सीमा में इनकी नजर कैसे नही पड़ी व उन्हें क्यों नही रोक गया । क्या यह प्रशासनिक लापरवाही नही है ।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार 5 दिनों पूर्व महाराष्ट्र से 2 कारों क्रमशः MH। 01 BT 4348 व MH 04 HN 3598 से महाराष्ट्र के एक शहर से झारखंड राज्य वापस घर जा रहे थे । बताया जा रहा है कि सभी 10 लोग महाराष्ट्र में टेक्सी ड्राइवर का काम करते है व वापस झारखंड घर जा रहे थे । सरायपाली ओडिसा सीमा स्थित बंजारी नाका में इन्हें रोककर पूछताछ किये जाने के बाद इसकी जानकारी एसडीएम व पुलिस को दिए जाने के बाद इन्हें सरायपाली लाया गया व मेडिकल जांच की गई । एसडीएम श्री कुणाल दुदावत के निर्देश पर सभी 10 ड्रायव्हरो को सरायपाली वार्ड क्रमांक 1 में स्थित आदिवासी हॉस्टल में 14 दिनों के आइसोलेशन में रखा गया है । सुरक्षा को ध्यान में रखते हुवे उन्हें किसी से मिलने जुलने नही दिया जा रहा है ।
इस संबंध में तहसीलदार श्री युवराज कुर्रे से जब नामो की जनकारी मांगी गई तो उन्होंने जानकारी नही होने की बात कही । एसडीएम से संपर्क नही हो पाया ।
इस संबंध में बीएमओ डॉ अमृत ने बताया कि आइसोलेशन में रखे गए किसी भी ड्रायव्हरो को कोरोना वायरस के लक्षण नही मिले है और वे पूर्णतः सुरक्षित हैं । किसी भी प्रकार से कोई डरने वाली बात नही है ।
★ वार्ड पार्षद ने किया विरोध ★
सरायपाली नगरपालिका के संबंधित वार्ड क्रमांक 1 के पार्षद श्रीमती दुर्गा ख़िरचंद बारी ने अपने वार्ड के हॉस्टल में बिना उनकी जानकारी के इन 10 लोगो को रखा गया है । घने बस्ती के बीच हॉस्टल में इन बाहरी व्यक्तियों को रुकवाने से वार्डवासियों में डर व्याप्त है । पार्षद ने इन्हें कहीं दूर स्थान में रुकवाए जाने की मांग की है । वही यदि वार्ड में वायरस संक्रमण की शिकायत आने पर इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होने की बात कही गई है ।
इन सभी को ध्यान में रखते हुवे प्रशासन द्वारा कोरोना वायरस का विस्तार न हो सके व इसके रोकथाम के लिए प्रशासन द्वारा पुरा प्रयास किया जा रहा है । वही लॉक डाउन की स्थिति में भी जरूरतमंदों को सहयोग व सहायता की जा रही है ।
